क्या डायबिटीज की वजह बन सकती है एसीडिटी, एक्सपर्ट ने कहा - हां, जानें वजह

अनुराग अन्वेषी | Updated:Jan 30, 2024, 01:55 PM IST

डॉ. राजीव प्रकाश ने कहा कि आदतों में बदलाव कर शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है.

Diabetes Problem: 2021 के आईडीएफ एटलस डाटा के मुताबिक, भारत दुनिया के डायबिटीज के मरीजों की संख्या में दूसरे स्थान पर है. भारत में कुल 74.2 मिलियन डायबिटीज के मरीज हैं. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, 10 में से 1 मामले में एसिडिटी और पाचन संबंधी परेशानियां डायबिटीज की वजह बनती है.

डीएनए हिंदी : बदली हुई जीवनशैली में बीमारियां भी रूप बदल कर सामने आ रही हैं. हमारे खानपान की बैड हैबिट हमें रोगों का शिकार बना रही है. आज दुनिया की एक बड़ी आबादी डायबिटीज की गिरफ्त में है. 
2021 के आईडीएफ एटलस डाटा के मुताबिक, भारत दुनिया के डायबिटीज के मरीजों की संख्या में दूसरे स्थान पर है. भारत में कुल 74.2 मिलियन डायबिटीज के मरीज हैं. 

बता दें कि डायबिटीज से परेशान मरीजों को पेट से जुड़ी समस्याएं ज्यादा होती हैं. जिनका ब्लड शुगर लेवल हाई रहता है, उन्हें गैस बनना, पेट में दर्द, ब्लोटिंग, खाना न पचने की शिकायत अक्सर होती हैं. ऐसे लोगों के जेहन में यह सवाल उभरता है कि क्या एसिडिटी, गैस और कब्ज की वजह से डायबिटीज हो सकता है? 

एक्सपर्ट की राय

डॉ. राजीव प्रकाश के मुताबिक, किसी भी बीमारी की शुरुआत पेट से होती है. जब हमारा पाचन दुरुस्त रहता है तब शरीर सही तरीके से काम करता है और बीमारियों का खतरा कम होता है. 10 में से 1 मामले में एसिडिटी और पाचन संबंधी परेशानियां डायबिटीज की वजह बनती है. लेकिन डायबिटीज कंट्रोल में रखने के लिए कुछ खास टिप्स फॉलो करें तो यह रोग कम सताएगा.

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वजन को कंट्रोल रखें

ब्लड शुगर का घटना और बढ़ना आपके वजन पर भी निर्भर करता है. इसलिए वजन को नियंत्रण में रखना जरूरी है. वैसे भी ज्यादा वजन होना हार्ट संबंधी समस्याएं भी पैदा करती है. वजन कंट्रोल में रहे तो कई बीमारियां कंट्रोल में रहती हैं. वजन कंट्रोल करने के लिए हेल्दी डाइट के साथ फिजिकल एक्टिविटी भी अपनाएं.

शुगर की जांच करें

दिन में कम से कम दो बार अपने शुगर की जांच करें. इसे नोट भी करें ताकि अपनी ब्लड शुगर रिपोर्ट आप ट्रैक कर सकें. इस रिकॉर्ड से आप यह भी देख पाएंगे कि फास्टिंग और भोजन के बाद के शुगर लेवल में कितना अंतर है.

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कार्बोहाइड्रेट कम लें

डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए कार्बोहाइड्रेट कम कंज्यूम करें. कार्ब्स यानी कार्बोहाइड्रेट को नियंत्रण में रखने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहेगा. डाइट में हरी सब्जियां, फल, फलियां और साबुत अनाज शामिल करें.

एक्सरसाइज करें

नियमित एक्सरसाइज से ब्लड शुगर कंट्रोल रहने के साथ रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. प्रत्येक भोजन के बाद 10 मिनट की सैर जरूर करें.

नींद

शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए भरपूर नींद बहुत जरूरी है. कम नींद से तनाव बढ़ता है और यह तनाव ब्लड शुगर लेवल बढ़ाने में कामयाब होता है. कम नींद की वजह से वजन भी बढ़ सकता है.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें.)

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