Good News: अप्रैल से भारत में ही बनेगी सर्वाइकल कैंसर रोकने की वैक्सीन, लाखों महिलाओं की बचेगी जान

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 13, 2022, 09:34 PM IST

HPV Vaccine बनाने के लिए Serum Institute of India को मंजूरी मिल चुकी है.

CERVAVAC vaccine: भारतीय महिलाओं की मौत के कारणों में सर्वाइकल कैंसर का दूसरा नंबर है. इस कैंसर से दुनिया की 25% मौत भारत में होती हैं.

डीएनए हिंदी: भारतीय महिलाओं के लिए खुशखबरी है. भारतीय महिलाओं की जान लेने वाली बीमारियों में दूसरे नंबर पर आने वाले सर्वाइकल कैंसर (cervical cancer) को रोकने वाली वैक्सीन अगले साल से भारत में ही बनने लगेगी. केंद्र सरकार के कोविड वर्किंग ग्रुप (Covid Working Group) के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा (Dr. NK Arora) ने मंगलवार को बताया कि अगले साल अप्रैल-मई से ह्यूमन पेपिलोमावायरस सेरवावैक वैक्सीन (Human Papillomavirus CERVAVAC vaccine) के भारत में बनने की संभावना है. उन्होंने कहा, इस HPV वैक्सीन (HPV Vaccine) की कीमत देश में मौजूद इंटरनेशनल मेडिकल ब्रांड्स की वैक्सीन से 1/10 गुना तक कम होगी. इससे गरीबों को भी इस वैक्सीन का लाभ आसानी से मिल पाएगा. बता दें कि कोविड वैक्सीन ग्रुप केंद्र सरकार का नेशनल टेक्नीकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन (National Technical Advisory Group on Immunisation या NTAGI) है.

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सीरम इंस्टिट्यूट को मिल चुकी है हरी झंडी

डॉ. अरोड़ा ने बताया कि दो या 3 कंपनियां भारत में सर्वाइकल कैंसर निरोधी वैक्सीन तैयार करने की प्रक्रिया में हैं, लेकिन सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) इनमें सबसे आगे चल रही है. सीरम इंस्टिट्यूट की वैक्सीन को रेगुलेटरी क्लियरेंस मिल चुकी है और यह वैक्सीन हमारे मरीजों के लिए साल 2023 के अप्रैल या मई में उपलब्ध हो जानी चाहिए.

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भारत में हैं सर्वाइकल कैंसर से सबसे ज्यादा मौत

डॉ. अरोड़ा के मुताबिक, विश्व में सर्वाइकल कैंसर के कारण सबसे ज्यादा मौत भारत में ही होती हैं. पिछले 24 घंटे के दौरान ही हमारे देश ने 95 से 100 महिलाओं ने अपनी जान सर्वाइकल कैंसर के कारण गंवाई है. वैश्विक स्तर पर हर साल सर्वाइकल कैंसर के करीब 80,000 नए मामले सामने आते हैं. 

एक वैश्विक स्टडी के मुताबिक, दुनिया के 25 फीसदी सर्वाइकल कैंसर के मामले भारतीय महिलाओं में सामने आते हैं. हर सार 100,000 महिलाओं में से 22 की मौत इस कैंसर के कारण हो जाती है. यह भारतीय महिलाओं की मौत का कारण बनने वाली बीमारियों में दूसरे नंबर पर है. 

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35 की उम्र के बाद महिलाओं की हो रेगुलर जांच

डॉ. अरोड़ा ने कहा, ध्यान देने लायक बात है कि सर्वाइकल कैंसर वैक्सीनेशन के जरिये पूरी तरह ठीक किया जा सकता है. इस कैंसर का कारण ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV VIRUS) बनता है, जिसे रोकने वाली वैक्सीन उपलब्ध है. उन्होंने कहा, 35 साल की उम्र के बाद महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर को लेकर समय-समय पर जांच कराना बेहद अहम है ताकि इसकी जानकारी पहली स्टेज पर ही मिल सके. यह जांच प्राइमरी हेल्थ सेंटर पर भी की जा सकती है.

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9 से 14 साल की लड़कियों को वैक्सीन लगाएगी सरकार

डॉ. अरोड़ा ने कहा, अगले चार से पांच महीने में HPV वैक्सीन का निर्माण शुरू करने के साथ ही भारत ऐसा करने वाले चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा. उन्होंने कहा, केंद्र सरकार जल्द ही अपने नेशनल हेल्थ प्रोग्राम के तहत 9 से 14 साल की लड़कियों को HPV वैक्सीन लगवाने की योजना रोलआउट करेगी. 

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