डीएनए हिंदी: जैसे-जैसे हम जिंदगी में आगे बढ़ते जा रहे हैं. वैसे-वैसे हम बाहर के खाने को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. इसमें डार्क चॉकलेट भी शामिल है. दरअसल डार्क चॉकलेट बच्चों के साथ ही महिलाओं को भी बहुत पसंद आती है. कुछ महिलाएं पीरियड्स के दर्द से बचने के लिए डार्क चॉकलेट का सेवन करती हैं. इसकी वजह चॉकलेट खाने से मूड अच्छा रहता है. वहीं डार्क चॉकलेट का ज्यादा सेवन आपको नुकसान भी पहुंचा है. खासकर प्रेग्नेंसी के दौरान डार्क चॉकलेट खाने से मिसकैरेज का खतरा बढ़ जाता है. बच्चों पर भी यह बुरा असर डालता है. आइए जानते हैं कैसे
वैसे बहुत से लोगों के मन में यह सवाल रहता हैं की क्या डार्क चॉकलेट सच में हेल्दी हैं, ऐसे में डॉक्टर्स ने इसके कई साइड इफेक्ट बताए हैं. हालांकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट की मात्रा अच्छी होती है और चीनी भी कम होती है. इन फायदों के अलावा इसे खाने के नुकसानों की लिस्ट भी लंबी है. .
डार्क चॉकलेट से प्रेंग्नेंट महिलाओं को खतरा
एक रिसर्च की मानें तो र्डा चॉकलेट में लेड और कैडमियम की अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है. यह धातुएं शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक है. खासकर गर्भ में पल रहे बच्चों के आईक्यू लेवल पर यह बुरा प्रभाव डालती है. प्रेंग्नेंसी के दौरान हर दिन डार्क चॉकलेट खाने से शरीर में लेड और कैडमियम की मात्रा बढ़ जाती है, जो घातक है. ये दोनों धातुएं बच्चे के शरीर के विकास में बांधा उत्पन्न करती हैं और दिमाग पर भी यह बुरी तरह प्रहार करती हैं.
शरीर में कई समस्या पैदा हो सकती है
एक्सपर्ट्स की मानें तो लेड के इस्तेमाल करने से नर्वस सिस्टम की प्रॉब्लम्स, हाई ब्लड प्रेशर, इम्यून सिस्टम का सप्रेशन, किडनी डैमेज और रिप्रोडक्शन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. एक बात और अगर आपको डार्क चॉकलेट खानी ही हैं तो आप कैडमियम के साथ डार्क चॉकलेट को खा सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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