भारत में मानसून ने दस्तक दे दी है. कुछ जगहों पर जोरदार तो कहीं हल्की बूंदा बांदी हो रही है. इससे लोगों को चिलचिलाती धूप और गर्मी से तो राहत मिल गई, लेकिन मौसम के इस बदलाव के साथ कई बीमारियों ने भी दस्तक दे दी है. जगह-जगह बारिश का पानी जमा होने की वजह मच्छर पनपते हैं, जिसके कारण Dengue, Malaria और Chikungunya जैसी बीमारियां तेजी बढ़ गई है. इनमें डेंगू बेहद खतरनाक साबित होता है. इसे दिखाने में लापरवाही या देरी की वजह से व्यक्ति की जान तक चली जाती है. लोग साधारण बुखार समझकर इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं. इसी लिए जानते हैं कि कैसे पहचान करें कि आप डेंगू से पीड़ित हैं. आइए जानते हैं डेंगू के बुखार के लक्षणों से लेकर इसके उपचार...
डेंगू के लक्षण
बता दें कि Dengue के लक्षणों में एक साधारण बुखार होता है. हालांकि बच्चों और किशोरों में इन लक्षणों की पहचान करना काफी मुश्किल काम है. Dengue से पीड़ित व्यक्ति को इस दौरान 104 डिग्री बुखार होता है. इतना ही नहीं इसके साथ आपको नीचे दिए गए लक्षणों में से कोई दो होने तय हैं.
- सिर दर्द
- मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
- जी मिचलाना
- उल्टी लगना
- आंखों में दर्द होना
- ग्रंथियों में सूजन
- त्वचा पर लाल रंग के निशान/ चकत्ते
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डेंगू बुखार के तीन प्रकार
Dengue बुखार भी तीन तरह का होता है. हल्का Dengue बुखार, Dengue रक्तस्नावी बुखार और Dengue शॉक सिंड्रोम. आइए तीनों को एक-एक करके जानते हैं.
- हल्का बुखारः इसके लक्षण बुखार होने के करीब एक हफ्ते बाद देखने को मिलते हैं.
- डेंगू रक्तस्नावी बुखारः इस बुखार में पीड़ित में हल्के लक्षण देखने को मिलते हैं. हालांकि धीरे-धीरे कुछ दिनों में ये लक्षण गंभीर बीमारी का रूप ले सकते हैं.
- डेंगू शॉक सिंड्रोमः ये बुखार इस बीमारी का सबसे गंभीर रूप है, जो कि पीड़ित की मौत का कारण भी बन सकता है.
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डेंगू बुखार के उपचार
अगर आपको Dengue बुखार है तो इन पांच घरेलू उपाय को अपनाकर आप इनसे घर पर भी निजात पा सकते हैं.
भारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा में गिलोय का एक महत्वपूर्ण स्थान है. चूंकि इसके अंदर एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं, इसलिए Dengue के इलाज में और तेज बुखार को कम करने के लिए गिलोय बेहद कारगर उपाय है.
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट के मुताबिक इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए तुलसी एक बेहतरीन औषधी है. इसके पत्तों में बुखार को कम करने और शरीर को मजबूत बनाने की ताकत होती है. Dengue बुखार के समय एक कप पानी में इसके कुछ पत्ते उबालकर पीने से बुखार में राहत मिल सकती है.
अदरक के अंदर एंटी-इफ्लेमेटरी गुण होते हैं. वहीं शहद के अंदर एंटी बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. यह कई बीमारियों से राहत दिलाने का काम करते हैं. Dengue के बुखार में अदरक का रस निकालकर उसमें थोड़ा शहद मिलाकर पीने से आपको बुखार से काफी हद तक राहत मिल सकती है.
हल्दी के अंदर एंटीसेप्टिक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में होने वाले इंफेक्शन को खत्म करते हैं. ऐसे में Dengue के समय पीड़ित को नियमित रूप से हल्दी वाला दूध चाहिए.
Dengue के दौरान पीड़ित को अनार और जामुन जैसे फलों का सेवन करना चाहिए. ऐसा करने से आपका खून साफ होता है और आपको बीमारी से निजात मिलता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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