Disadvantages of Hair Color: बालों पर कलर करना पड़ता है भारी, आंखों से लेकर सेहत पर डालता है ये बुरा असर

नितिन शर्मा | Updated:Feb 05, 2023, 02:20 PM IST

तनाव और बदलते लाइफस्टाइल की वजह अब उम्र से पहले ही बाल सफेद हो जाते हैं. कुछ लोग स्टाइल के लिए हेयर कलर करते हैं. यह आपकी सेहत को भी प्रभावित करते हैं

डीएनए हिंदी: एक समय था जब लोगों की उम्र बढ़ने के साथ बाल सफेद होते थे, लेकिन अब खराब खानपीन और भारी तनाव के बीच लोगों बाल युवा अवस्था में ही सफेद हो जाते है. ऐसे में लोग अपने सफेद बालों को छिपाने के लिए डाई या फिर कलर (Hair Color) का इस्तेमाल करते हैं. वहीं महिला या पुरुष दोनों ही फैशन में बालों पर रंग का इस्तेमाल कराते हैं, लेकिन क्या आपको मालूम है कि यह रंग आपके बालों को कितना नुकसान पहुंचा (Hair Color Side Effects) सकते हैं. अगर आप भी अपने बालों को रंगाने की सोच रहे हैं तो एक बार इसके नुकसान जरूर जान लें. 

बालों के लिए कई तरह के आते हैं रंग

हेयर कलर कई तरह के होते हैं जैसे परमानेंट हेयर डाई, सेमी परमानेंट हेयर डाई, ब्लीचिंग, अमोनिया फ्री हेयर डाई आदि. हालांकि, परमानेंट हेयर कलर में केमिकल की मात्रा सबसे ज्यादा होती है. हेयर कलर (Hair Color) लगाने के कई साइड इंफेक्ट्स होते हैं. 

आंखों की रोशनी पर पड़ता है प्रभाव

हेयर कलर या डाई (Hair Dye) करने का प्रभाव आपकी आंखों पर भी पड़ता है. हेयर डाई में मौजूद कैमिकल एक आसान और संवेदनशील लक्ष्य बन जाते हैं. बालों का रंग आपकी आंखों में लगने से आंखों में बीमारी हो सकती है. कुछ मामलों में यह सिर्फ आंखों में जलन और परेशानी का कारण बनता है.

एलर्जी

हेयर डाई को बनाने के लिए कई कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें पैराफेनिलडायमाइन शामिल होता है, जो एक एलर्जेन भी है. इसके कारण जिन लोगों को डर्मेटाइटिस है, उन्हें गंभीर एलर्जी रिएक्शन हो सकता है. एक्जिमा और सोरायसिस वाले लोगों को भी हेयर डाई से बचना चाहिए. हेयर डाई एलर्जी में खुजली, त्वचा में जलन, लालिमा और यहां तक कि सूजन आ सकती है.

दमा

अस्थमा हेयर कलर के लिए गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया के लक्षणों में से एक है. हेयर डाई में मौजूद कैमिकल सांस लेने से लगातार खांसी, घरघराहट, फेफड़ों में सूजन, गले में तकलीफ और यहां तक कि अस्थमा का दौरा भी पड़ सकता है. पहले से ही अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए हेयर कलर काफी नुकसानदायक हो सकता है.

गर्भ पर पड़ता है बुरा असर

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को भूलकर भी हेयर कलर नहीं करना चाहिए. यह मां के साथ ही कोख में पल रहे बच्चे के लिए भी काफी नुकसान दायक होता है. यह बच्चे की कुरूपता की वजह भी बन सकता है. इसलिए भूलकर भी गर्भावस्था के दौरान बालों में कलर नहीं करना चाहिए. 

बाल झड़ना की हो जाती है समस्या

कलर में मौजूद कैमिकल आपके बालों से लेकर स्कैल्प पर भी बुरा असर डालते हैं. कलर लगाने से यह कमजोर हो जाता है, जिसके बाद बालों का झड़ना शुरू हो जाता है. कलर में मौजूद अमोनिया और पेरोक्साइड से बाल झड़ना, दोमुंहे बाल, कमजोर बाल और चमक कम हो सकती है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

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