स्पेसवॉक के दौरान 'नेचर कॉल' अंतरिक्ष यात्रियों के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है. इसरो के वैज्ञानिक भी इसको लेकर लगातार रिसर्च करते रहे हैं. अब वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्होंने अंतरिक्ष यात्रियों के पेशाब को महज 5 मिनट में रिसाइकल कर उसे पीने योग्य बनाने का एक तरीका ईजाद कर लिया है.
बीते कुछ वर्षों से स्पेसवॉक के दौरान अंतरिक्ष यात्री 'नेचर कॉल' के लिए अपने स्पेससूट के अंदर डिस्पोजेबल डायपर का इस्तेमाल किया करते थे. इस सूट को अधिकतम अवशोषक परिधान (MAG) के रूप में जाना जाता है. इस सूट को 1980 के दशक में डिजाइन किया गया था. यह सूट पेशाब को स्टोर कर लेता है. लेकिन इससे अंतरिक्ष यात्री असहज बना रहता है और स्किन में जलन और संक्रमण की आशंका भी बनी रहती है. यह एमएजी सूट पेशाब को रिसाइकल भी नहीं करता है. इसलिए अंतरिक्ष यात्रियों को अपनी यात्रा के दौरान 0.95 लीटर पानी का बैग अपने सूट में रखना पड़ता है.
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लेकिन अब, वैज्ञानिकों को ऐसा लग रहा है कि उन्होंने इस समस्या का हल ढूंढ़ लिया है. यह एक नया और कम वजनी सिस्टम है जो स्पेससूट के भीतर पेशाब से लगभग 500 मिलीलीटर पानी एकत्र कर उसे शुद्ध कर सकता है, वह भी सिर्फ 5 मिनट में. अगर इस सिस्टम को आजमाया जाता है तो अंतरिक्ष यात्रियों को खास तरह का अंडरगारमेंट पहनना होगा. इसमें ह्यूमिडिटी सेंसर लगा होता है, जो पेशाब की मौजूदगी को महसूस करता है. यह सेंसर एक सिलिकॉन कप में होता है जो पहनने वाले के प्राइवेट पार्ट के नीचे रहता है.
ऐसे होगा फिल्टर
पेशाब का पता लगते ही एक वैक्यूम पंप चालू हो जाता है, जो पेशाब को अंतरिक्ष यात्री की पीठ पर रखे फिल्टर करने वाले डिवाइस में खींच लेता है. इस फिल्टर की लंबाई लगभग 15 इंच और चौड़ाई 9 इंच है. 8 किलो का यह फिल्टरेशन डिवाइस पेशाब को पीने लायक पानी में बदल देता है, जिसे बाद में स्पेससूट के ड्रिंकिंग बैग में पहुंचाया जा सकता है.
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