डीएनए हिंदी: शराब पीने के कुछ देर बाद ही कई लोगों व्यवहार में अलग नजर आने लगता है. कुछ लोग भला बुरा कहकर दिल का गुबार निकालते हैं तो कुछ इमोशनल हो जाते हैं. वहीं कुछ लोग शराब पीने के बाद फ्लूएंटली अंग्रेजी में बात करने लगते है. ड्रिंक करने वालों की इन हरकतों को देखकर अक्सर उनके साथी दंग रह जाते हैं. बिना पीने वाले लोग सोच में पड़ जाते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है. इस पर हाल में हुई एक स्टडी में इन सब चीजों का जवाब तलाश लिया गया है. जानिए रिसर्च में किया गया है दावा...
शराब पीने वालों पर की गई रिसर्च में दावा किया गया कि ड्रिंक करने के बाद व्यक्ति की भाषा से जुड़ी घबराहट और झिझक खत्म हो जाती है. वह दूसरी लैंग्वेज आसानी से बोल लेते हैं. लंदन की सेकंड लैंग्वेज और शराब के कनेक्शन पर एक स्टडी की. इसमें सामने आया जो लोग दो भाषाओं का ज्ञान रखते हैं. वह शराबी पीने के बाद दूसरी भाषा बो बोलने में अच्छा फील करते हैं. लंदन की लिवरपूल यूनिवर्सिटी द्वारा की गई रिसर्च में 50 लोगों को शामिल किया गया. इनमें कुछ ने शराब का सेवन किया और कुछ ने नहीं किया. इसके बाद यहां दूसरी भाषाओं में बात करने की प्रतियोगिता रखी गई. इसमें जज करने वालों को भी नहीं पता था कि किसने शराबी है और किसने नहीं पी है, लेकिन जब रिजल्ट सामने आया तो दूसरी भाषा को अच्छे से बोलने वाले ज्यादा लोगों ने शराब का सेवन किया हुआ था. उन्हें अच्छी रेटिंग से इसका खुलासा हुआ.
ज्यादा शराब पीने वालें हो जाते हैं पस्त
स्टडी में वैज्ञानिकों ने खुलाया किया कि कम मात्रा में शराब पीने वाले लोग अपनी दूसरी भाषा को बिना घबराहट के अच्छे से बोल पाते हैं. उनकी क्षमता और आत्मविश्वास ज्यादा बढ़ जाता है. वहीं ज्यादा शराब पीने वाले लड़खड़ाती जबान के साथ पस्त नजर आएं. इसकी वजह उनका ओवर ड्रिंक करना था, जिसकी वजह से उनकी बोलने की क्षमता भी प्रभावित हो रही थी. वहीं थोड़ी शराब घबराहट को कम कर आत्मविश्वास को बढ़ा देती है. इस वजह से अच्छे परिणाम नजर आते है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.