डीएनए हिंदी: हाईटेक होते जमाने और तेजी से बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ ही लोगों में वर्क प्रेशर के साथ टेंशन और तनाव की समस्या बढ़ती जा रही है. यही वजह है कि लोगों के व्यवहार में भी फर्क आने लगा है. लोगों में छोटी छोटी बातों में गुस्सा बढ़ने लगा है. इसकी बड़ी वजह स्ट्रेस, टेंशन और तनाव में तेजी से बढ़ोतरी होना है. यह आपकी सेहत के साथ रिश्ते और काम करने की क्षमता को भी बिगाड़कर रख देता है. ऐसे में टेंशन औन तनाव से छुट्टी पाना बहुत ही जरूरी है. इसके आप स्वामी रामदेव की ये टिप्स फॉलो कर जीवन को शुगम बना सकते हैं. आइए जानते हैं
ज्यादा स्ट्रेस से शरीर को होने लगती है ये परेशानी
ज्यादा स्ट्रेस हमारे दिल, दिमाग और पेट से लेकर नींद को प्रभावित करता है. इसकी वजह से हार्ट अटैक से लेकर ब्रेन हैमरेज की दिक्कत हो सकती है. लगातार टेंशन और गुस्से के चलते हमारी नसें सिकुडनें लगती हैं और बीपी हाई होने लगता है. इसी के चलते कई बार हार्ट अटैक और स्ट्रोक से जान तक चली जाती है. यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो की मानें तो गुस्से में फैसले लेने की शक्ति बहुत कम हो जाती है. इसके साथ ही आईक्यू लेवल और याद्दाश्त पर भी असर पड़ता है.
इस वजह से रहता है रोडरेज की घटना का डर
बदले व्यवहार और तेज गुस्से की वजह से ही रोडरेज की घटनाएं बढ़ती है. छोटी सी बात पर व्यक्ति पर गुस्सा हावी हो जाता है और वह आपा खो देता है. रिपोर्ट्स की मानें तो देश की करीब 89 प्रतिशत जनसंख्या तनाव, स्ट्रेस और टेंशन की शिकार है. यह लोगों को अंदर से कमजोर कर रहा है और उनकी सोचने की समझने की क्षमता से लेकर लाइफ को भी कम कर रहा है.
ये हैं स्ट्रेस और तनाव का खतरा
शरीर में नसें सिकुड़ने लगती हैं
बीपी असंतुलित हो जाता है
हार्ट अटैक से लेकर स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है
कंसंट्रेट करने की क्षमता कम हो जाती है
सोचने और फैसलने की लेने की क्षमता कमजोर हो जाती है
न्यूरो सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है
इन आसन योगासन करके रह सकते हैं फिट
स्वामी रामदेव बताते हैं कि नियमित योग करने से टेंशन, चिंता और तनाव खत्म हो जाता है. यह शरीर के साथ ही दिमाग के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. तनाव और चिंता के लिए मुख्य रूप से सर्वांगासन, गोमुखासन, मंडूकासन, पादहस्तासन और चक्रासन करना चाहिए. इन्हें प्रति दिन 10 से 15 मिनट तक करने पर चिंता, टेंशन और गुस्सा पूरी तरह से खत्म हो जाता है. यह योगासन डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, यूरिक एसिड और गुस्सा कम करने से लेकर मन को शांत करते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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