Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Monsoon Eye Care: बरसात के मौसम में क्यों बढ़ जाती हैं आंखों से जुड़ी समस्याएं, ऐसे रखें खास ख्याल

बारिश का मौसम आंखों के लिए आफत भी बन सकता है. इस मौसम में आंखों में कई तरह के इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है. इसकी वजह क्या है और कैसे किया जा सकता है बचाव बता रहे हैं वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय तेवतिया-

Monsoon Eye Care: बरसात के मौसम में क्यों बढ़ जाती हैं आंखों से जुड़�ी समस्याएं, ऐसे रखें खास ख्याल

Monsoon Eye Care

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: बारिश का मौसम जहां ढेर सारी उमंग, उत्साह और त्योहारों की आमद लेकर आता है, वहीं कुछ समस्याएं भी सामने आने लगती हैं. खासतौर पर आंखों में संक्रमण का खतरा ऐसे मौसम में काफी बढ़ जाता है. बरसात के मौसम में गर्मी-उमस के कारण आंखों में वायरल, बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण होने का खतरा रहता है. दरअसल इस मौसम में वायरस, बैक्टीरिया और फंगस की बढ़ोत्तरी के लिए तापमान एकदम अनुकूल होता है. यही वजह है कि ऐसे मौसम में इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है. इस संक्रमण के लक्षणों को पहचानकर इससे बचाव किया जा सकता है.

क्या हैं बरसात के दौरान आंख में होने वाले इंफेक्शन के लक्षण

  • आंख लाल होना
  • आंख में चुभन होना
  • आंख से पानी गिरना
  • आंख का चिपकना
  • आंख में दर्द होना 

ऐसे पहचानें संक्रमण
बैक्टीरियल संक्रमण में आंख में कीचड़ आती है और आंख चिपकने की समस्या होती है जबकि वायरल संक्रमण में आंख से पानी ज्यादा आता है. 

ये भी पढ़ें- Monsoon Diseases: बरसात में लिवर का रखें खास खयाल, हो सकती हैं ये दो बीमारियां

कैसे करें बचाव

  • इनसे बचाव के लिए जिस व्यक्ति की आंख में संक्रमण हो उससे दूरी बनाएं. 
  • ऐसे व्यक्ति से हाथ नहीं मिलाना चाहिए क्योंकि हाथों के माध्यम से संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति की आंख में पहुंचने की सम्भावना रहती है. 
  • ऐसे व्यक्ति से रूमाल या तौलिया शेयर न करें क्योंकि तौलिये एवं रूमाल के माध्यम से भी संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है.
  • बरसात के मौसम में स्वीमिंग पूल में नहीं नहाना चाहिए.
  • संक्रमित व्यक्ति को बिना नम्बर का साधारण ग्लास का चश्मा पहनना चाहिए, यह भी संक्रमण को दूसरे व्यक्ति में फैलने से बचाता है.
  • संक्रमित व्यक्ति को दिन में तीन से चार बार अपनी आंखों को साफ पानी से धोना चाहिए और  साफ तौलिये से पोंछना चाहिए.
  • दिन में तीन से चार बार एंटी एलर्जिक और ब्रॉड स्पेक्ट्रम एंटीबायटिक आई ड्रॉप का इस्तेमाल करना चाहिए.
  • एक से दो दिन में आराम न मिलने पर तुरन्त नेत्र रोग विशेषज्ञ की सलाह लें.
  • बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.


  • ये भी पढ़ें- Monsoon Alert: क्यों डराते हैं मानसून के बादल, दिल्ली-यूपी समेत इन राज्यों में मौत के सबसे ज्यादा मामले

    देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.  
Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement