Vitamin B12 की कमी होने पर शरीर में दिखते हैं ये लक्षण, नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Feb 04, 2023, 03:20 PM IST

विटामिन बी 12 की कमी शरीर में कई समस्याएं पैदा कर सकती है. इसके संकेत पहले ही दिख जाते हैं. जिन्हें समझकर आप इस बीमारी से पहले ही अलर्ट हो सकते हैं.

डीएनए हिंदी: स्वस्थ शरीर के लिए कैल्शियम, प्रोटीन और अन्य विटामिन की तरह विटामिन B12 (Vitamin B 12) भी जरूरी पोषक तत्व है. बॉडी में इसकी कमी से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. हालांकि, बहुत से लोग विटामिन बी12 की कमी के लक्षणों की पहचान करने में सक्षम नहीं होते हैं और अक्सर इसे अनदेखा कर देते हैं. विटामिन बी 12 की कमी से थकान, सिरदर्द, मतली, सूजन, मूड डिसऑर्डर, सांस की तकलीफ, स्किन का रंग बदलना और नसों में दर्द जैसे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. 

विटामिन बी 12 की कमी के लक्षण

तेज सिर दर्द होना

शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने से मस्तिष्क प्रभावित हो सकती है. विटामिन बी12 का नियमित सेवन करने से लाल रक्त कोशिकाएं बढ़ती हैं. इसे नर्वस सिस्टम और ब्रेन हेल्थ (Nervous System Brain Health) को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है, लेकिन जब बॉडी में इसकी कमी हो जाती है तो सिर दर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं. 

भ्रम और ध्यान लगाने में कठिनाई

विटामिन बी 12 की कमी से आपको भ्रम के साथ ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है. इसकी कमी से याददाश्त कमजोर हो सकती है और आपको भूलने की बीमारी हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह पोषक तत्व दिमाग और तंत्रिका तंत्र को पोषित करता है.

हाथ-पैरों में झनझनाहट होना 

विटामिन बी 12 की कमी से नस डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है. इसकी कमी से हाथ और पैरों में झनझनाहट हो सकती है.

त्वचा का पीला पड़ना

शरीर में विटामिन बी 12 की कमी से एनीमिया हो सकता है. ऐसी स्थिति में शरीर में रक्त कोशिकाओं का निर्माण नहीं होता और आपकी त्वचा का रंग पीला पड़ने लगता है.

थकान 

स्वस्थ शरीर के लिए विटामिन बी 12 (Vitamin B 12) जरूरी है. बॉडी में इसकी कमी से मेगालोब्लास्टिक एनीमिया हो सकता है. इस स्थिति में शरीर में थकान अधिक महसूस होती है.

विटामिन बी 12 की कमी को पूरा करने के लिये क्या खाएं

शरीर में विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के अपने डाइट में मछली, टूना मछली, अंडा, डेयरी प्रोडक्ट्स, सेलमन मछली, मीट, फोर्टिफाइड खमीर, मोटा अनाज, सोया, लिवर, रेड मीट, दूध, चीज, छाछ, राइस मिल्क आदि को शामिल करना चाहिए.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

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