Health Tips: तांबे के बर्तन से पीना चाहिए पानी, सेहत को होते हैं ये 5 फायदे

आपने अक्सर अपने आस-पास कई लोगों को पानी पीने के लिए तांबे के बर्तन का इस्तेमाल करते हुए देखा होगा.

आपने यह भी सुना होगा कि ऐसा करना सेहत के लिए फायदेमंद है. आइए जानते हैं कि इसे लेकर आयुर्वेद का क्या कहना है-

सेहतमंद शरीर के लिए कॉपर जरूरी

आयुर्वेद कहता है कि सुबह के वक्त खाली पेट तांबे के लोटे से पानी पीना लाभकारी है. यह शरीर की कई परेशानियों को दूर रखने में मदद करता है. सेहतमंद शरीर के लिए कॉपर एक जरूरी मिनरल है जो आयरन के साथ मिलकर खून, रोग प्रतिरोधक क्षमता, तंत्रिका तंत्र और हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है. इसके लिए तांबे के लोटे में रातभर या कम से कम 8 घंटे पानी रखें और सुबह उठकर खाली पेट इस पानी का सेवन करें.
 

होते हैं एंटीबैक्टीरियल गुण

इसके अलावा विज्ञान कि मानें तो कॉपर यानी तांबे में बैक्टीरिया खत्म करने वाले एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं. तांबा पानी में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया का खात्मा कर उसे शुद्ध बनाता है.
 

जोड़ों के दर्द से मिलेगी राहत

वहीं अगर आप जोड़ों या घुटनों के दर्द से परेशान हैं तो खाली पेट तांबे में रखा पानी पीएं. तांबे में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी होते हैं जो शरीर में दर्द पैदा करने वाली इंफ्लामेशन को खत्म करने में मदद करते हैं.
 

वजन कम करने में भी करेगा मदद

शरीर में चल रहे फैट मेटाबॉलिज्म के लिए भी कॉपर काफी अहम होता है. तांबा फैट सेल्स को तोड़कर एनर्जी में बदलने के काम आता है. इसलिए सुबह के समय तांबे के लोटे से पानी पीना वजन कम करने में लाभदायक होता है. वेट लॉस जर्नी पर चल रहे लोगों को तांबे के लोटे में रखा पानी जरूर पीना चाहिए.
 

मजबूत होती है याददाश्त

दिमाग में मौजूद न्यूरोट्रांसमीटर को कंट्रोल करने के लिए भी कॉपर मदद करता है. इससे न सिर्फ आप पार्किंसन, अल्जाइमर जैसी दिमागी बीमारी से दूर रहते हैं, बल्कि याददाश्त भी मजबूत होती है. 

(यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.)