दरअसल, हम बात कर रहे हैं गिलोय के बारे में, जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए दवा से कम नहीं माना जाता है. यह एक ऐसी युर्वेदिक जड़ी बूटी है जो कई बीमारियों में असरदार है. गिलोय इस समस्या को कंट्रोल करने में काफी ज्यादा कारगर माना जाता है.
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आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक गिलोय में अधिक मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व पाएं जाते हैं, जो यूरिक एसिड के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं. हालांकि आपको इसके इस्तेमाल के सही तरीके की जानकारी होनी चाहिए, तो आइए जानते हैं आप इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं.
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इसके इस्तेमाल का तरीका काफी आसान है, इसके लिए गिलोय की ताजी पत्तियों और तने को तोड़ लें और फिर इसे रात भर भिगोकर रख दें. इसके बाद अगली सुबह इसे पीस लें और फिर 1 गिलास पानी में आधा होने तक उबालें और इसे पानी को छानकर पिएं.
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बता दें कि अगर आपका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो इसके कारण आपको गठिया, शुगर, जोड़ों से दर्द, सूजन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इसके कारण किडनी में स्टोन और किडनी के फेल होने का खतरा भी बढ़ जाता है.
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इसके सेवन से इम्यूनिटी बढ़ती है और पाचन तंत्र को मजबूत रखने के साथ-साथ शुगर लेवल को कंट्रोल रखने, जुकाम- बुखार जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं. ऐसे में अगर आप इन समस्याओं से जूझ रहें तो इसका सेवन करना शुरू कर दें..
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)