पत्थरचट्टे के पत्तों में छिपा है इन 5 बीमारियों का इलाज, खाते ही दिखने लगेगा असर

आयुर्वेद में दवाओं के लिए पत्थरचट्टे की पत्तियों का सेवन रामबाण साबित होता है. यह कई बीमारियों में कारगर साबित होता है.

धरती पर कई ऐसे पौधे हैं जो न सिर्फ देखने में सुंदर लगते हैं. ये औषधि का काम भी करते है. आयुर्वेद में इन पौधों की मदद से दवाई और कच्चा चाबने या लेप करने से कई गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज तक किया गया है. आयुर्वेद में ऐसा ही एक पौधा पत्थरचट्टा है. इसकी एक एक पत्तियां बेहद गुणकारी और कई बीमारियों का रामबाण इलाज साबित हो सकती है.

पथरी का इलाज

अगर आप पथरी से परेशान हैं तो पत्थचट्टा के पत्तों का सेवन शुरू कर सकते हैं. यह गुर्दे में फंसी पथरी को पेशाब के रास्ते बाहर कर सकते हैं. आयुर्वेद में इसे पाषाण भेद कहा जाता है.

कब्ज और पेट की सफ़ाई के लिए है रामबाण

अगर आप कब्ज या पेट की अन्य किसी समस्या से परेशान हैं तो पत्थरचट्टे का सेवन कर सकते हैं. इसकी पत्तियों का इस्तेमाल पेट से विषाक्त पदार्थों को बाहर कर पेट की सफाई कर सकता है.

बवासीर में है कारगर

पत्थरचट्टा के पत्तों के रस का सेवन करना भी बेहद फायदेमंद होता है. यह बवासीर में बेहद लाभदायक होता है.

वेजाइनल इंफ़ेक्शन में असरदार

पत्थरचट्टा के पत्तों को उबालकर इसका रस या काढ़ा बनाकर पीने से वेजाइन इंफेक्शन से राहत मिल जाती है. यह कारगर दवा का काम करता है. 

खुजली और रैशेज की है दवा

पत्थरचट्टा के पत्तों का लेप बनाकर खुजली की जगह, रैशेज या चोट वाली जगह पर लगाने से तेजी से आराम मिल जाता है.