Nick Jonas से Samantha Ruth Prabhu तक, जानें इन फेमस सेलेब्स ने कैसे दी डायबिटीज को मात
Celebs With Diabetes: आज विश्व मधुमेह दिवस पर हम आपको उन फेमस सेलेब्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें देख कर शायद ही आप कह पाएं कि उन्हें डायबिटीज की बीमारी है. आइए जानें कैसे ये सेलेब्स अपनी बिजी लाइफस्टाइल के बीच डायबिटीज को मैनेज रखते हैं...
Abhay Sharma | Updated: Nov 14, 2024, 01:56 PM IST
निक जोनस टाइप 1 डायबिटीज की समस्या से पीड़ित हैं, निक ने बताया कि उन्हें 13 साल की उम्र में पता चला कि उन्हें डायबिटीज है और वह पिछले कई सालों से डायबिटीज के साथ ही जीवन बिता रहे हैं. निक ने बताया कि वह इस क्रोनिक हेल्थ कंडीशन को मैनेज करने के प्रयास करते हैं और इसके लिए वह फिजिकली एक्टिव रहते हैं और अपनी डाइट पर भी काफी ज्यादा ध्यान देते हैं.
ऐसे ही बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर को 17 साल की उम्र में पता चला था कि उन्हें टाइप-1 डायबिटीज है. उन्हें यह क्रोनिक हेल्थ कंडीशन जन्मजात थी और उनके पैंक्रियाज में इंसुलिन का उत्पादन बिल्कुल भी नहीं होता था. सोनम कपूर ने हेल्दी रहने और डायबिटीज की समस्या को कंट्रोल में रखने न केवल अपना वजन कम किया बल्कि, डाइट और जीवनशैली पर भी खास ध्यान दिया.
चर्चित अभिनेत्रियों में शुमार सामंथा रुथ प्रभु को साल 2013 से ही डायबिटीज की समस्या है. सामंथा ने डायबिटीज का पता चलने के बाद अपनी लाइफस्टाइल में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए, जिससे वह अपनी हेल्थ कंडीशन को अच्छे से मैनेज कर पा रही हैं. इस बीमारी से निपटने के लिए जिम में मेहनत करती हैं और स्ट्रिक्ट डाइट फाॅलो करती हैं. बता दें कि सामंथा मायोसिटिस नामक एक ऑटोइम्यून बीमारी से भी जूझ रही हैं.
इसके अलावा अभिनेत्री और नृत्यांगना सुधा चंद्रन लंबे समय से डायबिटीज की समस्या से जूझ रही हैं, उन्होंने यह सार्वजनिक स्तर पर स्वीकार किया है कि उन्हें डायबिटीज की समस्या है और वह इसे कंट्रोल में रखने के लिए अपने खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी सावधानियां बरतती हैं. वह शाकाहारी हैं और आयुर्वेद, व्यायाम, नींद ( (AEs)) विधि से अपने डायबिटीज को मैनेज रखती हैं.
लोकप्रिय स्टार कमल हासन को टाइप 1 डायबिटीज है, जोकि अनुवांशिक कारणों से हुई थी. उन्होंने हमेशा ही लोगों को इस बीमारी से ना घबराने का संदेश दिया. कमल हासन डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए अपनी डाइट, लाइफस्टाइल पर विशेष ध्यान देते हैं और लोगों को सलाह देते हैं कि डायबिटीज केवल एक मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है और इससे डरने की बजाय इससे खुद पर हावी होने से रोकने के उपाय करने चाहिए.
फवाद खान भी टाइप 1 डायबिटीज से जूझ रहे हैं, बता दें कि टाइप-1 डायबिटीज अनुवांशिक कारणों से लोगों को होती है, यानी अगर फैमिली हिस्ट्री में किसी को डायबिटीज की बीमारी हो तो परिवार की अगली पीढ़ियों में इस बीमारी का रिस्क अधिक होता. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कुछ ऑटोइम्यून डिसॉर्डर के चलते फवाद खान को डायबटीज की बीमारी हुई, जिसे कंट्रोल में रखने के लिए वह खानपान और जीवनशैली पर खास ध्यान देते हैं.
अभिनेता और पूर्व वीजे गौरव कपूर को 22 वर्ष की उम्र में डायबिटिक होने का पता चला था और उन्होंने 25 साल की उम्र से इंसुलिन लेने की शुरूआत की थी. बता दें कि गौरव डायबिटीज की बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने दिशा में काम कर रहे हैं और डायबिटीज मैनेजमेंट से जुड़े उपाय और टिप्स भी लोगों के साथ शेयर करते हैं.