Science and Health: ये 6 पोषक तत्व रखते हैं शरीर को जिन्दा, इनकी कमी बढ़ा सकती है समस्या
Science and Health: इन जरूरी पोषक तत्वों की कमी से शरीर को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 20, 2022, 11:38 PM IST
शरीर में आयरन रेड ब्लड सेल्स का जरूरी हिस्सा है. ये हीमोग्लोबिन के साथ हमारे शरीर के सेल्स तक ऑक्सिजन को पहुंचाने का काम करता है. एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में 25% से ज्यादा लोग आयरन की कमी से जूझते हैं. साथ ही 47% स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को इसकी कमी होती है. माहवारी का अनुभव करने वाली में 30% महिलाएं और 42% युवा प्रेग्नेंट महिलाएं आयरन की कमी का सामना करती हैं.
कमी दूर करने के लिए सीड्स, हरी पत्तेदार सब्जियां , ऑर्गन मीट, शेलफिश, सार्डिन, राजमा आदि का सेवन करें.
आयोडीन वह मिनरल है जो थाइरॉयड हॉरमोन का प्रोडक्शन में मदद करता है. थाइरॉयड हॉरमोन्स ब्रेन फंक्शन, शरीर के विकास और हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी होता है. इसकी कमी से बच्चों में मानसिक विकलांगता और विकास में बाधा आती है.
इसकी कमी दूर करने के लिए आयोडीन युक्त नमक, दूध से बनी चीजें, फिश, अंडे इत्यादि का सेवन करें.
खून बनाने में काम आने वाला विटामिन B12 शरीर के बहुत ही जरूरी विटामिन होता है. दिमाग और नर्वस सिस्टम की फंक्श्निंग को सही रखने में यह काफी मदद करता है. एक स्टडी में यह सामने आया है कि 80 से 90% शाकाहारी लोगों में इस जरूरी तत्व की कमी होती है. एनीमिया की बीमारी इसका सबसे कॉमन लक्षण है.
इसकी कमी पूरी करने के लिए अंडे, मिल्क प्रोडक्ट्स, ऑर्गन मीट, मीट, शेल फिश इत्यादि का सेवन करें.
मांसपेशियों में और हड्डियों में मजबूती के लिए शरीर में विटामिन D का प्रोडक्शन बहुत जरूरी है. सूरज की रौशनी इसका सबसे बड़ा स्रोत है. जो लोग भूमध्य रेखा से दूर रहते हैं उनमें इसकी कमी होने की संभावना बढ़ जाती है. भारत में करीब 76% लोग विटामिन D की कमी के शिकार हैं. साथ ही इससे इम्यून सिस्टम में कमजोरी और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
इसकी कमी को दूर करने के लिए फैटी फिश, अंडे का योक, ताजे फल इत्यादि का सेवन जरूरी है.
हड्डियों और दातों को मजबूत रखने के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी होता है. इसकी कमी से दिल, मांसपेशियां और नसें काम करना बंद कर देती हैं. इसका सबसे पहला लक्षण हड्डियों का कमजोर होना है.
इसकी कमी को दूर करने के लिए ऑर्गन मीट, फिश लिवर ऑयल, शकरकंद, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन बहुत जरूरी माना गया है.
हड्डियों और दांतों की सही संरचना के लिए मैग्नीशियम को जरूरी तत्व माना गया है. टाइप-2 डायबिटीज, मेटाबॉलिक सिंड्रोम, दिल की बीमारी, ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा इसकी कमी से बढ़ जाता है. इसके साथ माइग्रेन, दिल की धड़कन का असामान्य होना, मांसपेशियों में दर्द, पैर हिलाने की बीमारी, थकान आदि इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं.
मैग्नीशियम की कमी पूरी करने के लिए डार्क चॉकलेट, साबुत अनाज, नट्स, हरी, पत्तेदार सब्जियां आदि सेवन जरूरी है.