यूरेनेरी ट्रेक इंफेक्शन (UTI) महिलाओं में होने वाली एक आम बीमारी है, लेकिन यह अक्सर पुरुषों को भी प्रभावित करती है. भारत में कई महिलाएं इस समस्या से पीड़ित हैं और कुछ महिलाओं को हर दो से तीन महीने में इसका सामना करना पड़ता है. गर्भावस्था के दौरान यूटीआई भी महिलाओं के लिए चिंता का विषय बन जाता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि पुरुषों को भी यूटीआई हो सकता है? यूरोलॉजी केयर फाउंडेशन के अनुसार, प्रत्येक 25 में से 3 पुरुष अपने जीवनकाल में यूटीआई का अनुभव करते ही करते हैं.
इसका मुख्य कारण है ई. कोलाई बैक्टीरिया. 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में यूटीआई विकसित होने की सबसे अधिक संभावना होती है, लेकिन कभी-कभी कम उम्र के पुरुष भी इसके प्रति संवेदनशील होते हैं. इस समस्या को नजरअंदाज करने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं इसलिए मूत्र संबंधी रोगों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
यूटीआई क्या है?
यूटीआई एक मूत्र पथ का संक्रमण है, जो मूत्र प्रणाली के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है. यह मूत्र पथ में सूजन का कारण बनता है और यदि संक्रमण बढ़ता है, तो यह मूत्र पथ से लेकर गुर्दे तक के अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है.
पुरुषों में यूटीआई के लक्षण
पुरुषों में यूटीआई के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि शरीर का कौन सा हिस्सा संक्रमित है.
पुरुषों में यूटीआई के प्रकार
सिस्टाइटिस: सिस्टाइटिस मूत्राशय का एक संक्रमण है. यह पुरुषों में आम है और पेशाब के दौरान बार-बार जलन का कारण बनता है.
मूत्रमार्गशोथ: यह स्थिति मूत्रमार्ग पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है, जिससे पेशाब के दौरान जलन और स्राव हो सकता है.
पायलोनेफ्राइटिस: यह संक्रमण किडनी में होता है. इसमें पुरुषों को पीठ दर्द, मतली के साथ बुखार भी महसूस हो सकता है.
पुरुषों में यूटीआई क्यों होता है?
पुरुषों में यूटीआई का मुख्य कारण बढ़ा हुआ प्रोस्टेट है. 50 से अधिक उम्र के पुरुषों में बढ़ा हुआ प्रोस्टेट मूत्राशय से मूत्र के प्रवाह को बाधित कर सकता है, जिससे यूटीआई की संभावना बढ़ जाती है. अनियंत्रित मधुमेह या प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करने वाली बीमारियां भी यूटीआई का कारण बन सकती हैं. इसके अलावा, क्लैमाइडिया और गोनोरिया जैसी यौन संचारित बीमारियाँ भी यूटीआई के लिए जिम्मेदार हैं.
कब सावधानी बरतें?
महिलाओं और पुरुषों को यूटीआई को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यूटीआई कितना गंभीर है यह बैक्टीरिया के प्रकार पर निर्भर करता है. ई. कोलाई एक सामान्य जीवाणु है और इससे होने वाला संक्रमण जल्दी ठीक हो जाएगा. लेकिन एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण के लिए अतिरिक्त देखभाल और सावधानी की आवश्यकता होती है. बच्चों, बुजुर्गों, कैंसर रोगियों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को जल्द से जल्द यूटीआई का इलाज कराना चाहिए.
यूटीआई से बचने के उपाय
इन टिप्स और जानकारी से आप यूटीआई से सुरक्षित रह सकते हैं और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रख सकते हैं
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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