डीएनए हिंदीः जोड़ों में दर्द (Joints Pain) का प्रमुख कारण यूरिक एसिड (Uric Acid) का बढ़ना होता है और जब जोड़ों के बीच क्रिस्टल (Crystal) जमा होता है तब दर्द (Pain), सूजन (Swelling)और जकड़न (Stiffness) शुरू होती है. ऐसे में जरूरी है कि आप खानपान (Fooding) में यूरिक एसिड बढ़ाने वाली चीजें कम खांए, जैसी प्रोटीन युक्त चीजें (High Protien) कम लें और विटामिन सी (Vitamin C) और रफेज की मात्रा बढ़ा दें. ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) और रुमेटीइड गठिया के रोगियों के लिए ये खबर बहुत काम की है.
खानपान में सावधानी यूरिक एसिड को ब्लड में बढ़ने से रोकेगी और जोड़ों या घुटने में होने वाले दर्द से राहत के लिए आपको तेल मालिश करना चाहिए. यहां आपको 4 तरह के तेल के बारे में बताएंगे जो आपके दर्द को खींचने का काम करते हैं लेकिन इन तेल को आपको बनाना होगा.
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गठिया में कौन कौन तेल फायदेमंद है
जोड़ों के दर्द यानी गठिया में चार तरह के तेल रामबाण माने गए हैं. इसमें जैतून, सरसों और कैस्टर ऑयल शामिल है. बस इन तेल को का प्रयोग करने से पहले इसके औषधिय गुणों को बढ़ाना जरूरी है.
जैतून का तेल
अगर आप जैतून का तेल यूज कर रहे हैं तो एक्स्ट्रा वर्जिन यूज करें. और इस तेल में आप मेथी, अजवाइन को पका लें और छान कर मालिश करें. तेल हमेशा गुनगुना रहे या मालिश के बाद सिकाई करलें. कोशिश करें कि सुबह उठने से पहले, दोपहर और रात मे ंसोने से पहले इस तेल की मालिश करें.
यूकलिप्टस ऑयल
ये दर्द को खींचने की शक्ति रखता है. इस तेल में अगर आपको ताजी यूकलिप्टस की पत्तियां मिल जाएं तो पका लें. आप चाहें तो इस तेल में कलौंजी और मेथी भी पका सकते हैं. इसे भी दिन में तीन बार जोड़ों पर मालिश करें.
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सरसों का तेल
सरसों के तेल लहसुन, अजवाई, मेथी और कलौंजी को पका ले और इसे ही मालिश में प्रयोग करें. आपका दर्द ये तेल खींच लेगा.
कैस्टर ऑयल
इसे रेड़ी या अरंडी का तेल भी कहा जाता है. इस तेल में बेहद गर्मी होती है और इसमें अगर आप विटामिन सी मिला कर मालिश करें तो बहुत तेजी से आपको आराम मिलेगा.
बता दें कि ये चारों तेल एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और पेनकिलर से भरे होते हैं. ये तेल अपने आप में औषधिय गुणों से भरे होते हैं लेकिन कुछ बीज मिलाने से इनकी शक्ति और बढ़ जाती है.
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गठिया रोगियों को इन बातों का रखें ध्यान
गठिया के रोगियों को हमेशा अपने वजन को नियंत्रित करने की कोशिश करनी चाहिए और धूम्रपान जैसी अस्वास्थ्यकर जीवनशैली की आदतों को छोड़ देना चाहिए. जोड़ों को गतिमान रखना भी उतना ही आवश्यक है. हल्के व्यायामों को करें. साथ ही ओवर-द-काउंटर पेन किलर का उपयोग कम करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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