डीएनए हिंदीः ब्लड क्लॉटिंग स्ट्रोक और दिल के दौरे का कारण बनती है ये आप जानते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि ये आपके फेफड़ों तक खून ले जाने वाली नसों में भी फंस कर आपकी जान ले सकता है. जी हां ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार ये क्लॉटिंग ब्लड कोशिकाओं और अन्य पदार्थों का एक द्रव्यमान (Mass) होता है जो ब्लड वाहिकाओं में बनता है. क्लॉटिंग की एक निश्चित मात्रा आवश्यक है क्योंकि यह अत्यधिक ब्लड स्राव को रोकती है, लेकिन जब ये हद से ज्यादा बनने लगते हैं और सख्त होने लगते हैं दो ये अपने आप नहीं घुलते हैं और तब ये एक खतरा बनते हैं.
ऐसा इसलिए है क्योंकि वे शरीर के कोने-कोने में ब्लड के जरिए घूमते रहते हैं और खून के प्रवाह को अवरुद्ध कर सकते हैं और तब ये जानलेवा बनते हैं. ब्लड क्लॉटिंग फेफड़ों तक जा सकते हैं, जिससे पल्मोनरी एम्बोलिज्म का खतरा होता है. यह तब होता है जब ब्लड क्लॉटिंग आपके फेफड़ों में ब्लड वेसेल्स को ब्लॉक कर देते हैं.
पल्मोनरी एम्बोलिज्म के चार लक्षण जान लें
- आपको सांस लेने में गंभीर कठिनाई होने लगे
- आपको छाती या ऊपरी पीठ में दर्द महसूस हो
- आपका दिल बहुत तेजी से धड़कने लगे
- आपको अचानक से बेहोशी महसूस होने लगे
यदि आप इनमें से किसी भी संकेत का अनुभव करते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना होगा.
पल्मोनरी एम्बोलिज्म का खतरा
एनएचएस के अनुसार, पल्मोनरी एम्बोलिज्म "अक्सर" तब होता है जब थक्का का एक हिस्सा पैर से खुद को अलग करता है, फेफड़ों तक जाता है. पैर में ब्लड क्लॉटिंग गहरी शिरा घनास्त्रता (DVT) के रूप में जाना जाता है.
पैर में डीवीटी के लक्षण
- एक पैर में दर्द (कभी दोनों पैरों में भी)
- पैर में सूजन
- पैर में दर्द वाली जगह के आसपास गर्म त्वचा
- दर्द वाली जगह के आसपास की त्वचा लाल या काली पड़ना
- सूजी हुई नसें जो कठोर हो या छूने पर दर्द हो
डीवीटी और पल्मोनरी एम्बोलिज्म के उपचार में ब्लड को पतला करने के लिए थक्का-रोधी दवाएं दी जाती हैं.
(Disclaier: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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