बढ़ रहा बैड कोलेस्ट्रॉल तो डाइट में शामिल कर लें ये 4 फूड्स, नसों से बाहर आ जाएगी गंदगी, तेजी से दौड़ेगा खून

Written By नितिन शर्मा | Updated: Sep 15, 2023, 09:14 AM IST

हार्ट अटैक से लेकर स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारी के पीछे की वजह बैड कोलेस्ट्रॉल होता है. इसके नसों में खून का दौरा बंद करने पर ही अटैक आता है. ऐसी स्थिती से बचने के लिए बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखना बेहद जरूरी है. 

डीएनए हिंदी: (Cholesterol Control Foods) बैड कोलेस्ट्रॉल नसों में जमने वाला एक तरह का गंदा चिपचिपा पदार्थ है. यह अधिक तला भूना और खराब गुणवत्ता के भोजन से निकलने वाले वसा से नसों में जम जाता है, जो नसों में ब्लॉकेज बनाने लगता है. इसकी वजह से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है. इनमें से एक गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल होता है. गुड कोलेस्ट्रॉल डेंसिटी लिपोप्रोटीन यानी एचडीएल होता है, यह लीवर द्वारा निर्मित चिपचिपा पदार्थ होता है, जो विटामिन डी से लेकर पाचन और कोशिकाओं की झिल्ली के लिए बहुत जरूरी होता है. वहीं बैड कोलेस्ट्रॉल लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन होता है. यह गंदे वसा और बिना वर्कआउट वाली दिनचर्या की वजह से बढ़ता है. इसका बढ़ना बीमारियों को बढ़ावा देता है. 

आज के समय में खराब खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से बैड कोलेस्ट्रॉल 20 से 25 साल के युवाओं में भी तेजी से बढ़ रहा है. बैड कोलेस्ट्रॉल नसों के अंदरूनी हिस्सों में घुसकर ब्लॉकेज बना रहा है. इसकी वजह से कम उम्र के युवा हार्ट अटैक से लेकर स्ट्रोक तक के शिकार हो रहे हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो बैड कोलेस्ट्रॉल 50 से 65 की उम्र में उम्र में बढ़ता था, लेकिन आज के समय में 20 से 25 साल के युवाओं में ही टोटल कोलेस्ट्रॉल 240 के पार जा रहा है, जो सही मात्रा में 200 mg/dL और अधिकतम 240 mg/dL से कम होना चाहिए. इसे ज्यादा कोलेस्ट्रॉल जान का खतरा बढ़ा देती है. 

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खानपान और लाइफस्टाइल में करें बदलाव

बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है. इसके लिए खानपान और लाइफस्टाइल को बदल दें. आलस को त्यागकर ​प्रतिदिन योगा, एक्सरसाइज, दौड़, साइकिलिंग को शामिल करना बेहद जरूरी है. इसके साथ ही डाइट में कम तला भूना त्यागकर कम वसा वाले फूड्स शामिल करें. साथ ही वजन को कंट्रोल में रखें. डाइट में कुछ फूड्स को शामिल कर लें. यह बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाने के साथ ही गुड कोलेस्ट्रॉल को बूस्ट करते हैं. आइए जानते हैं इन फूड्स के बारें और डाइट में शामिल करने के फायदे...

डाइट में शामिल करें लहसुन

खाने में स्वाद बढ़ाने वाला लहसुन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है. यह आयुर्वेद से लेकर एलोपेथी में साबित हो चुका है. कई रिसर्च में सामने आया है. लहसुन खाने से कोलेस्ट्रॉल से लेकर बीपी तक कंट्रोल होता है. हर दिन सुबह खाली पेट लहसुन की एक कली खाने से नसों में जमा गंदी वास साफ होती है. साथ ही ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. लहसुन का सेवन शहद के साथ भी ले सकते हैं. 

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लहसुन खाएं

कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि लहसुन का रोजाना सेवन करने से बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर काफी हद तक गिर जाता है। रोजाना सुबह लहसुन की एक कली गुनगुने पानी के साथ खाएं नसों में जमा गंदगी मल के साथ बाहर आने लगेगी। लहसुन का सेवन ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखता है इसका सेवन आप शहद के साथ भी कर सकते हैं। रोजाना लहसुन खाएंगे तो 9 से लेकर 15 फीसदी तक कोलेस्ट्रॉल पर काबू पा सकते हैं।

ईसबघोल का सेवन

ईसबगोल पेट में ब्लॉटिंग, गैस और कब्ज से छुटकारा दिलाने में बेहद कारगर है. इसमें मौजूद घुलनशील और अघुलनशीन फाइबर नसों में भरे बैड कोलेस्ट्रॉल को साफ कराने का काम करते हैं. यह बैड कोलेस्ट्रॉल को पॉटी के रास्ते बाहर कर देते हैं. साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है. 

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सुबह उठते ही पिएं नींबू पानी

खाली पेट नींबू पानी पीने से मोटापे के साथ ही बैड कोलेस्ट्रॉल आसानी से कंट्रोल हो जाता है. यह बैड कोलेस्ट्रॉल वसा को नसों में चिपकने से रोकता है. नसों को डिटॉक्स करने के साथ ही खून के दौरे को बढ़ाता है. हर दिन एक गिलास नींबू पानी पीना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है.

ओट्स भी खाएं

अगर आप ओट्स का नियमित रूप से सेवन करें तो यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है. हर दिन एक सीमित मात्रा में ओट्स का सेवन बेहद लाभदायक होता है. यह कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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