डीएनए हिंदी: (Uric Acid Control Tips) यूरिक एसिड बढ़ने की मुख्य वजह हमारा खानपान और खराब दिनचर्या है. यह शरीर में एक सीमित मात्रा तक सही है, लेकिन इसका लेवल बढ़ते ही शरीर के ज्वाइंट्स जाम हो जाते हैं. व्यक्ति चलना फिरना तो दूर उठने बैठने तक के लिए मजबूत हो जाता है. ऐसी स्थिति की वजह प्यूरीन युक्त चीजों का ज्यादा सेवन है. प्यूरीन की मात्रा अधिक होते ही शरीर में यूरिक एसिड बन जाता है.
यूरिक एसिड के क्रिस्टल खून के साथ मिलकर शरीर के जोड़ों में जमने लगते हैं. ये क्रिस्टल्स उंगली से लेकर घुटनों में जमा होकर दर्द और सूजन की समस्या बढ़ा देते हैं. यह किडनी को भी प्रभावित करते हैं. हाई यूरिक एसिड गठिया और गाउट जैसी समस्या पैदा कर देता है. इसे अंदर ही अंदर हड्डियां खोखली हो जाती है. इसे बचने के लिए एलोपेथी में उपचार है, लेकिन इसे प्राकृतिक उपचार के साथ ही खानपान और सही दिनचर्या से कंट्रोल में किया जा सकता है.
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दिनचर्या में व्यायाम शामिल करने से लेकर हाइड्रेटेड रहने और खानपान में बदलाव से ही यूरिक एसिड कम हो जाएगी. जोड़ों में जमकर जाम करने वाले क्रिस्टल्स पिघलने लगते हैं. इसे जोड़ धीरे धीरे काम करने लगते हैं. हालांकि यह एक दिन में होने वाला नहीं है. इसमें थोड़ा समय जरूर लग सकता है, लेकिन यह क्रिया आपके जोड़ों को चुस्त दुरुस्त कर फिर से खोल देगी. गाउट से गठिया की परेशानी धीरे धीरे कर खत्म हो जाएगी. वहीं किडनी भी प्यूरीन को फ्लश आउट कर यूरिक एसिड को कंट्रोल में कर लेगी. आइए जानते हैं वो 5 काम, जिन्हें करने से मिलेगा आराम...
हाई यूरिक एसिड होने पर करें ये काम
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डाइट में करें बदलाव
यूरिक एसिड को हाई करने में हमारा खानपान सबसे ज्यादा जिम्मेदार होता है. डाइट में प्यूरीन युक्त भोजन, शराब, बीयर, ऑर्गन मीट, रेड मीट, शेलफिश खाने से ही यूरिक एसिड हाई होता है. ऐसी चीजों का सेवन बिल्कुल कम कर दें. इसकी जगह फाइबर युक्त चीजों का सेवन करें. इनमें डेयरी प्रॉडक्ट, साबुत अनाज, हरी सब्जियां और कम प्रोटीन वाले फल शामिल करें.
एप्पल साइडर विनेगर
अगर आप हाई यूरिक एसिड की समस्या जूझ रहे हैं तो सबसे पहले एप्पल साइडर विनेगर का सेवन शुरू कर दें. इसका एक सीमित मात्रा में सेवन यूरिक एसिड को खून से फिल्टर कर बाहर कर देगा. यह शरीर को अल्कलाइज करने में मदद करता है. इसे यूरिक एसिड के क्रिस्टल नहीं बन पाते. इसके साथ ही जोड़ों में जमा क्रिस्टल पिघलकर बाहर हो जाते हैं. हर दिन एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पी लें. इसे यूरिक एसिड फ्लश आउट हो जाएगा.
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नींबू का रस
कुछ लोग यूरिक एसिड में खट्टी चीजों को खाने से बचते हैं. उन्हें लगता है कि यह नुकसान करेगा. आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. खट्टी चीजें शरीर में मौजूद यूरिक एसिड की बड़ी काट हैं. इनका नियमित रूप से सेवन शरीर में मौजूद यूरिक को काम करता है. इसके लिए हर दिन सुबह एक गिलास पानी में नींबू की कुछ बूंदे निचोड़कर पीने से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है. यह क्रिस्टल को पिघलाकर जोड़ों के दर्द और सूजन में आराम पहुंचाता है.
हाइड्रेटेड रहें
यूरिक एसिड को कम करने के लिए सबसे जरूरी चीज बॉडी को हाइड्रेटेड रखना है. इसके लिए दिनभर में ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं. इसे शरीर में जमने वाला प्यूरीन फ्लश आउट होता है. किडनी की कार्य क्षमता बढ़ती है, जो प्यूरीन को पेशाब के रास्ते बाहर कर देती.
नियमित रूप से करें व्यायाम
व्यायाम स्वास्थ्य रहने का एक बेहतरीन तरीका है. यह शरीर में बढ़ने वाली बीमारियों को खत्म करने के साथ ही गंभीर बीमारियों को दूर रखता है. हर दिन नियमित रूप से साइकिल चालने, तैराकी करने, दौड़ने या फिर वॉक करने से ही यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है. यह क्रिया शरीर में प्यूरीन को बनने से रोकती है, जो प्यूरीन बनता है. उसे आसानी से फ्लश आउट भी कर देती है. व्यायाम ब्लड सर्कुलेशन को भी ठीक रखने से लेकर मोटापा नहीं आना देता. ऐसे में किडनी की कार्य क्षमता बढ़ती है.
हर्बल टी
दूध या काली चाय पीने से कहीं ज्यादा बेहतर हर्बल टी है. हर्बल टी यूरीन की मात्रा को बढ़कर शरीर में मौजूद यूरिक एसिड को फ्लश आउट कराती है. ग्रीन टी या हर्बल टी पीने से किडनी डिटॉक्स होती है. यूरिक एसिड के लेवल को सही बनाएं रखने के लिए नियमित रूप से हर्बल टी का सेवन बहुत फायदेमंद है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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