डीएनए हिंदी: (Dengue Symptoms And Types) मानसून के मौसम में आसमान से गिरने वाली बारिश गर्मी से राहत दिला देती है, लेकिन इसकी वजह से फैलने वाला बैक्टीरिया और मच्छर फ्लू से लेकर डेंगू जैसी बीमारियों को बढ़ा रहे हैं. अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की कतार लगने लगी है. इसमें सबसे घातक प्लेटलेट्स का तेजी से डाउन होना है. प्लेटलेट्स के डाउन होते ही इम्यूनिटी तेजी से कम हो जाती है. इसकी वजह खून में मिलने वाली प्लेटलेट्स हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक का काम करती है. यह खून में थक्का जमाती है, ताकि खून न ज्यादा न बह सकें, लेकिन डेंगू वायरस प्लेटलेट्स पर ही अटैक करता है. इनके कम होते ही शख्स को बुखार, कमजोरी समेत कई ऐसे में लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जिन्हें अनदेखा करने पर जान तक जा सकती है. आइए जानते हैं डेंगू के लक्षण और बचाव...
इसलिए फैलता है डेंगू
नोएडा डॉक्टर एनके शर्मा बताते हैं कि डेंगू एक तरह का वायरल फीवर है. यह मानसून के मौसम में जलभराव की वजह से पनपने वाले मच्छरों के काटने पर होता है. इन मच्छरों का बायॉलजिकल नाम एडीज एजिप्टी है. आम बोलचाल में इसे डेंगी कहा जाता है. डॉक्टर बताते हैं कि यह मच्छर बहुत ही घतरनाक होता है. यह बाहर ही नहीं घरों में भी कूलर, टंकी या फिर गमलों में भरे पानी में पनप सकत है. डेंगू फैलने का सबसे ज्यादा खतरा जून से अक्टूबर तक होता है. इसके बाद यह मच्छर मौसम के अनुकूल न होने की वजह से मर जाता है.
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डेंगू के लक्षणों को देखते ही करा लें टेस्ट
डॉक्टर के अनुसार, मानसून में डेंगू के फैलने की आशंका सबसे ज्यादा बढ़ जाती है. इसकी वजह मौसम में डेंगू के मच्छरों का पनपना है. इसके कुछ प्रमुख लक्षण दिखाई देते हैं.
-डेंगू के संक्रमण में व्यक्ति को अचानक तेज बुखार आता है. ऐसे में बहुत तेज ठंड लगती रहती है.
-एक से दो दिन के बुखार के बीच सिर के साथ ही जोड़ों में बहुत तेज दर्द, कमजोरी और बेचैनी होने लगती है.
-बुखार होने पर गले में दर्द, चेहरे और सीने में गुलाबी रैशेज आने पर समझ लें कि आप डेंगू संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. ये लक्षण दिखते ही टेस्ट कराने के साथ डॉक्टर को जरूर दिखाएं
-अगर व्यवहार में चिड़चिड़ापन, कुछ भी खाने का मन न होना. हर समय उल्टी जैसा मन होता है तो आप डेंगू संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं. ऐसी स्थिति में डॉक्टर को जरूर दिखाएं.
-डेंगू में प्लेटलेट्स अचानक से डाउन होने लगती हैं. साथ ही शरीर में कमजोरी भर जाती है.
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तीन तरह का होता है डेंगू
डॉक्टर एन के शर्मा के अनुसार, डेंगू एक या दो नहीं बल्कि तीन तरह का होता है. इनमें एक साधारण डेंगू, दूसरा रक्त स्त्राव वाला डेंगू और तीसरा डेंगू शॉक सिंड्रोम होता है. इन तीनों में साधारण डेंगू के लक्षण ऊपर बताएं गए हैं. दूसरे तरह के डेंगू में त्वचा का रंग पीला पड़ जाता है. शरीर ठंडा होने लगता है. वहीं तीसरे तरह के डेंगू में मरीज के नाक या मसूड़ों से खून बहने लगता है. खून की उल्टियां भी हो सकती है. इसके साथ ही प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगती हैं. साथ ही शरीर में ब्लीडिंग शुरू हो जाती है. इसमें गला सूखने लगता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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