डीएनए हिंदीः ब्लड शुगर में वृद्धि को नियंत्रण में रखना डायबिटीज प्रबंधन का एक अभिन्न अंग है. लंबे समय तक उच्च ब्लड शुगर का स्तर कई डायबिटीज जटिलताओं का कारण बन सकता है. दवा के अलावा, सोच-समझकर चुनाव करना और स्वस्थ आदतों का पालन करने से भी डायबिटीज को को कंट्रोल किया जा सकता है.
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (एडीए) के अनुसार डायबिटीज से पीड़ित लोगों को खाने से पहले अपने ब्लड शुगर के स्तर की जांच करनी चाहिए और फिर भोजन खत्म करने के 1 या 2 घंटे बाद दोहराना चाहिए. कुछ समय तक इस रिकॉर्ड को रखने से आपको यह पता चल सकता है कि कौन सा भोजन आपके ब्लड शुगर के स्तर के लिए सबसे अच्छा काम करता है. भोजन के बाद भी कुछ कदम चल सकते हैं, क्योंकि इससे भोजन के बाद ब्लड शुगर प्रबंधन में भी मदद मिल सकती है.
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डायबिटीज में दोपहर के भोजन के बाद शुगर का बढ़नी चुनौतीपूर्ण होता है लेकिन जीवनशैली में पांच आवश्यक बदलाव कर आप शुगर स्पाइक्स को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं. कैसे? चलिए जानें.
1. कार्बोहाइड्रेट विकल्प लें
दोपहर के भोजन के बाद शुगर में बढ़ोतरी को प्रबंधित करने के लिए सही कार्बोहाइड्रेट का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) वाले जटिल कार्बोहाइड्रेट का चयन करें, जो धीरे-धीरे पचते और अवशोषित होते हैं. जैसे- साबुत अनाज, फलियां और बिना स्टार्च वाली सब्जियां कार्बोहाइड्रेट का आदर्श विकल्प हैं, जबकि रिफाइंड अनाज और शर्करा युक्त खाद्य पदार्थों से बचें. दोपहर के खाने में रफेज वाली चीजे खाने की थाली का तीन हिस्सा होनी चाहिए.
2. खाने के तरीके में बदलाव
नाश्ते से लेकर रात के खाने तक को कई हिस्सों में बांट दें. दिन भर में भोजन को छोटे, अधिक बार भागों में बांटकर खाएंगे तो शुगर स्पाइक्स को रोकने में मदद मिल सकती है. ब्लड शुगर में भारी उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए हर खाने में रफेज-प्रोटीन वाली चीजें शामिल करें.
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3. नियमित शारीरिक गतिविधि
ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए रोज व्यायाम करें. साइकिल चलाना और दौड़ना या तेज गति से चलने से आपका शुगर का स्तर कम होगा. दोपहर में खाने के बाद कम से कम 20 मिनट धीमी गति से चहरकदमी करें. शारीरिक गतिविधि इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद करती है, जिससे ग्लूकोज का अधिक कुशलता से उपयोग किया जा सकता है.
4. हाइड्रेशन लेवल बढ़ा दें
पूरे दिन पानी पीने से रक्तप्रवाह से अतिरिक्त शर्करा को बाहर निकालने में मदद मिलती है और स्पाइक्स की संभावना को कम करने में सहायक हो सकता है. ऐसे पेय पदार्थों से बचें जो शर्करा युक्त हों. पानी, नारियल पानी, या बिना चीनी वाला पेय पदार्थ सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है.
5. नियमित रक्त ग्लूकोज की निगरानी
ब्लड शुगर के स्तर की निगरानी करना, विशेष रूप से भोजन के बाद, यह समझने के लिए आवश्यक है कि भोजन ग्लूकोज स्तर को कैसे प्रभावित करता है. भोजन से पहले और बाद में ब्लड शुगर के स्तर की निगरानी करने से आप आपने शुगर को बेहतर तरीके से कंट्रोल करना जान सकेंगे.
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उपरोक्त टिप्स डायबिटीज के प्रबंधन में सहायक हो सकती हैं. शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव हो सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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