डीएनए हिंदी: डायबिटीज (Diabetes) एक ऐसी बीमारी है जिसे कंट्रोल में रखने के लिए खानपान का सही तरीका होना जरूरी है. ब्लड शुगर (Blood Sugar) को संतुलित बनाए रखने के लिए जरूर है कि आप लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Low Glycemic Index) वाले फूड लें और दवा के साथ कुछ ऐसी नेचुरल चीजें भी लें जो आपके शुगर (Sugar) को आसनी से कंट्रोल कर सकती हैं.
यहां आपको ऐसे आयुर्वेदिक हर्ब्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका चूर्ण आप आसानी से घर में बना सकते हैं और रोजाना खाली पेट एक चम्मच खाने भर से आपका बढ़ा हुआ शुगर का स्तर गिरने लगेगा. खास बात ये है कि इन चूर्ण का शरीर पर कोई भी दुष्प्रभाव भी नहीं होता है, बल्कि ये कई अन्य बीमारियों में भी लाभप्रद हैं.
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आंवला चूर्ण
विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरा आंवला क्रोमियम से भी भरपूर होता है. यह खनिज चयापचय को बेहतर बनाने के साथ ही ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है. आंवला इंसुलिन का स्राव संतुलित करता है. आंवला में मौजूद कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन इंसुलिन को अवशोषित करने में मददगार होते हैं. आंवले को सूखाकर उसका चूर्ण बना लें.
दालचीनी का चूर्ण
नैचुरल बायोएक्टिव से भरपूर दालचीनी भी शुगर को कंट्रोल करती है. इसके पाउडर को पीस कर आप रख लें.
मेथी के बीज का चूर्ण
मेथी के बीज को पीस कर पाउडर बना लें. मेथी के बीज इंसुलिन को बढ़ाने का काम करते हैं.
सहजन का चूर्ण
सहजन के पत्ते, फूल, डंठल और फल सभी में औषधीय गुण होते हैं. यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए बढ़िया जड़ी बूटी है. आप इसके पत्तों को पीसकर चूर्ण बना लें.
हरड़-बहेड़ा पाउडर
हरड़ और बहेड़ा आयुर्वेदिक या पंसारी की दुकान से मिल जाएंगे. इन दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर पाउडर बना लें. यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए एक आयुर्वेदिक दवा के रूप में भी काम करता है. चूंकि यह एंटीऑक्सिडेंट का बढ़िया स्रोत है इसलिए यह शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकता है.
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जामुन के बीज
इसके बीजों को धोकर सूखा लें और बीज के उपरी खोल को हटाकर अंदर के बीज को पीसकर पाउडर बना लें.
ऐसे बनेगा ये इफेक्टिव आयुर्वेदिक चूर्ण
सारे ही चूर्ण को एक समान मात्रा में लेकर अच्छे से मिक्स कर दें और रोजाना एक चम्मच इसे गुनगुने पानी के साथ खाली पेट फांक लें. आप चाहें तो इन छह चीजों को अलग-अलग भी प्रयोग कर सकते हैं.
नोट: अगर आप अलग-अलग चूर्ण का इस्तेमाल कर रहे तो एक दिन में एक ही तरह का चूर्ण खाएं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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