हार्ट मरीजों (Heart Patients) के लिए खुद को इंफेक्शन (Infection) से बचाए रखना बेहद जरूरी है. क्योंकि एक सामान्य व्यक्ति की तुलना में हृदय रोगियों (Infection Risk In Heart Patients) का शरीर किसी भी संक्रमण से ज्यादा प्रभावित होता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक ऐसे कई वैक्सीन (Vaccines For Heart Patients) हैं, जो दिल के मरीजों के लिए बेहद जरूरी हैं. क्योंकि ये वैक्सीन इंफेक्शन को रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं. ऐसे में सही वैक्सीन लगवाने से दिल के मरीजों को कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं से छुटकारा (Health Risk In Heart Patients) मिलता है, जिससे हार्ट के मरीजों की जीवन की गुणवत्ता बेहतर हो सकती है. आइए जानते हैं ऐसे ही 5 जरूरी वैक्सीन के बारे में...
फ्लू वैक्सीन (Flu Vaccine)
फ्लू वायरस से इंफेक्शन होने पर दिल पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे हार्ट अटैक समेत अन्य कई दिल से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए हर साल हार्ट के मरीजों को फ्लू वैक्सीन लगवाना चाहिए, खासतौर से तब जब फ्लू के मामलों में तेजी होती है. बता दें कि इसका एक सामान्य डोज साल के अक्टूबर और नवंबर माह में लगवाना ज्यादा फायदेमंद होता है.
यह भी पढ़ें: Pregnancy में कहीं आप तो नहीं पी रही हैं ये ड्रिंक? Autism की चपेट में आ सकता है पेट में पल रहा बच्चा
हर्पीस जोस्टर वैक्सीन (Herpes Zoster Vaccine)
यह वैक्सीन शिंगल्स नाम की बीमारी के लिए है, जो कि एक वायरल इंफेक्शन है. यह रोग शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर करता है, जो हार्ट के मरीजों के लिए यह एक बड़ा जोखिम बन सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक दिल के ऐसे मरीज, जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा हो गई है, उन्हें यह वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए.
न्यूमोकोकल वैक्सीन (Pneumococcal Vaccine)
फेफड़ों और खून में बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण से बचाव के लिए न्यूमोकोकल वैक्सीन दी जाती है, जो दिल के उन मरीजों के लिए जरूरी है, जिन्हें निमोनिया का खतरा है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक न्यूमोकोकल वैक्सीन को दो हिस्सों में दिया जाता है, पहला PCV13 और दूसरा है PPSV23, जिसे 5 साल के अंतराल पर लगाया जाता है.
यह भी पढ़ें: भारत ने जीती Trachoma से जंग, देश में खत्म हुई आंखों से जुड़ी ये खतरनाक बीमारी, WHO ने की सराहना
हेपेटाइटिस ए वैक्सीन (Hepatitis A Vaccine)
हेपेटाइटिस ए वायरस दूषित पानी या भोजन से फैल सकता है, जो लिवर को प्रभावित करता है. इस वायरस से संक्रमित होने पर हृदय रोगियों को थकान, कमजोरी और लिवर संबंधी समस्याएं होती हैं, जो उनके लिए खतरनाक साबित हो सकती है. इसलिए दिल के मरीजों को हेपेटाइटिस ए इंफेक्शन से बचने के लिए यह वैक्सीन लेना जरूरी है. इस वैक्सीन को 2 डोज़ में छह महीने का अंतराल लगाया जाता है.
एमएमआर वैक्सीन (MMR Vaccine)
यह वैक्सीन मिजल्स (खसरा), मम्प्स (गलसुआ), और रूबेला (जर्मन खसरा) इन 3 वायरल बीमारियों से बचाव करती है. ये तीनों ही वायरस दिल के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकते हैं. खासतौर से खसरा और मम्प्स के संक्रमण से शरीर में सूजन और बुखार का जोखिम बढ़ता है, जो हृदय के कार्यक्षमता को प्रभावित करता है. यह वैक्सीन आमतौर पर बचपन में ही दी जाती है, लेकिन अगर किसी वयस्क हृदय रोगी को यह वैक्सीन नहीं लगा है तो डॉक्टर की सलाह के बाद इसे लगवा लेना चाहिए.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.