डीएनए हिंदीः पिछले दो-तीन दशकों में दुनिया भर में डाबिटीज से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. यह एक धीमे जहर की तरह है जो मानव शरीर में धीरे-धीरे फैलता है और कई नई बीमारियों को जन्म देता है. आजकल न केवल वयस्क बल्कि बच्चे भी डाबिटीज से पीड़ित हैं, डाबिटीज से बचाव और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 14 नवंबर को विश्व डाबिटीज दिवस मनाया जाता है. डायबिटीज से जुड़े कुछ सवालों के जवाब जिन्हें जानना बेहद जरूरी है.
डाबिटीज क्या है?
सबसे पहले हम आपको डायबिटीज के बारे में बताएं तो यह एक ऐसी बीमारी है जो आपके रक्त में मौजूद ग्लूकोज के स्तर को बढ़ा या घटा सकती है. दरअसल, हार्मोन इंसुलिन शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए भोजन से ग्लूकोज को कोशिकाओं तक पहुंचाने में भूमिका निभाता है. डाबिटीज में इस हार्मोन का उत्पादन बाधित हो जाता है.
डाबिटीज के सामान्य लक्षण क्या हैं?
अगर हम डायबिटीज के लक्षणों की बात करें तो बार-बार पेशाब आना, वजन कम होना या बढ़ना, धुंधली दृष्टि, हाथ-पैरों में सुन्नता या झुनझुनी, बार-बार थकान होना जैसी चीजें आम हैं.
क्या डाबिटीज अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो कई गंभीर बीमारियों को जन्म देती है. अनियंत्रित रक्त शर्करा वाले लोगों को हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, गुर्दे की बीमारी, आंखों की समस्याएं जैसी कई गंभीर स्थितियों का खतरा होता है.
डाबिटीज का खतरा किसे है?
हालाँकि डाबिटीज किसी को भी हो सकता है, लेकिन जिनके परिवार में डाबिटीज का इतिहास है उनमें डाबिटीज विकसित होने का खतरा सबसे अधिक है, या जो लोग शारीरिक रूप से अयोग्य हैं और अपना अधिकांश समय बैठे रहने में बिताते हैं उनमें भी डाबिटीज विकसित होने की अधिक संभावना है.
डाबिटीज का नॉर्मल लेवल क्या होना चाहिए?
जब आप अपने डाबिटीज का परीक्षण कराते हैं, तो आपका उपवास रक्त शर्करा 70 mg/dL (3.9 mmol/L) और 100 mg/dL के बीच होना चाहिए. वहीं, खाना खाने के दो घंटे बाद रक्त शर्करा का स्तर 140 mg/dL होना चाहिए, इससे अधिक या कम रक्त शर्करा का स्तर डाबिटीज का संकेत देता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.