Triglycerides Control: ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने पर दिखते हैं ये 5 लक्षण, कोलेस्ट्रॉल से भी ज्यादा होता है ये घातक

Written By ऋतु सिंह | Updated: Aug 04, 2023, 07:18 AM IST

Signs of High Triglycerides

शरीर में कोलेस्ट्रॉल नॉर्मल होने पर भी ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ सकता है और इसके लक्षण 5 तरह से दिखते हैं.

डीएनए हिंदीः ट्राइग्लिसराइड्स रक्त में पाया जाने वाला एक प्रकार का वसा है. शरीर इस वसा का उपयोग ऊर्जा बनाने के लिए करता है. स्वस्थ रहने के लिए शरीर में ट्राइग्लिसराइड का स्तर सामान्य होना बहुत जरूरी है. लेकिन जब ट्राइग्लिसराइड लेवल बढ़ जाता है तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ जाता है, तो धमनियां अवरुद्ध हो जाती हैं, जिससे हार्ट अटैक का खतरा दोगुना होता है. हाई ट्राइग्लिसराइड्स ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को भी बढ़ा देता है. जब ट्राइग्लिसराइड का स्तर बढ़ता है, तो कई स्वास्थ्य समस्याएं सामने आने लगती हैं.

ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर अधिक होने पर हृदय रोग का खतरा हो सकता है. उच्च ट्राइग्लिसराइड्स का मतलब है कि शरीर ठीक से ऊर्जा का दहन या भंडारण नहीं कर रहा है. ऐसे में आपको इसके लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. कैसे समझें कि रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ गया है. इसके 4 लक्षण हैं-

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हाई ट्राइग्लिसराइड्स के लक्षण

हाई ट्राइग्लिसराइड्स आमतौर पर तब तक लक्षण पैदा नहीं करता जब तक कि इसका स्तर ऊंचा न हो.

1. उच्च रक्त शर्करा

ट्राइग्लिसराइड्स में वृद्धि आपके शरीर के रक्त शर्करा के स्तर को भी बढ़ा सकती है. यानी इस स्थिति में व्यक्ति मधुमेह से पीड़ित हो सकता है. जब आपको मधुमेह होता है, तो आपको अधिक भूख लगना या अधिक थकान महसूस होना जैसे लक्षण अनुभव हो सकते हैं.

2. हृदय की समस्याएं

अगर आपको दिल की समस्या है तो यह हाई ट्राइग्लिसराइड्स का भी संकेत हो सकता है. ट्राइग्लिसराइड्स अनियमित दिल की धड़कन का कारण बन सकता है. साथ ही सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और उच्च कोलेस्ट्रॉल भी हो सकता है.

3. कब्ज़ की शिकायत

ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने पर आपको पाचन समस्याओं के लक्षण भी अनुभव हो सकते हैं. इससे आपको गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं. इसलिए अगर आपके पास यह लंबे समय से है तो एक बार डॉक्टर से सलाह लें.

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4. पेट में दर्द

हाई ट्राइग्लिसराइड्स के कारण आपको पेट दर्द का अनुभव हो सकता है. पेट में दर्द, ऐंठन या बेचैनी महसूस होना ट्राइग्लिसराइड्स के लक्षण हो सकते हैं. अगर आप भी पेट दर्द से परेशान हैं तो इसे नजरअंदाज न करें.

5. इसके साथ कई बार तेज बुखार, मतली और उल्टी आदि की समस्या भी देखी जाती है क्योंकि खून में ट्राइग्लिसराइड्स का बढ़ना पेनक्रियाज के सूजन का कारण बनता है.

ट्राइग्लिसराइड्स कंट्रोल करने के लिए खान-पान पर खास ध्यान दें

  • अपनी डाइट में मीठी चीजों को कम करें, क्योंकि मीठी चीजों के सेवन से ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ सकता है।
  • रिफाइंडस कार्बोहाइड्रेट जैसे कि सफ़ेद चावल, सफेद आटा, मैदा, सेमोलिना और बेक्ड चीजों के सेवन से भी ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने का खतरा बढ़ता है।
  • ओमेगा 3 फैटी एसिड को अपनी डाइट में शामिल करें। इसे अच्छा फैट माना जाता है जो ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद करता है।
  • अपनी डाइट में सुखी बिन्स, मटर, सोय जैसे दूसरे प्लांट-बेस्ड चीजों को शामिल करें। इनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो ट्राइग्लिसराइड्स में फायदेमंद होता है।
  • फाइबर से भरपपोर चीजों का सेवन करने से ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल कम होता है। अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों, फलों और साबुत अनाज को शामिल करें।

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ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने के कारण:-

  1. आनुवंशिक कारण
  2. डायबिटीज होना
  3. शराब का सेवन
  4. सिगरेट का सेवन 
  5. अधिक वसायुक्त चीजों का सेवन 
  6. अधिक मात्रा में चीनी का सेवन
  7. मोटापा होना
  8. अस्वस्थ्य डाइट लेना
  9. किडनी की बीमारी होना
  10. हाइपोथायराइडिज्म
  11. फिजिकल एक्टिविटी का न होना 

तो ट्राइग्लिसराइड्स को कंट्रोल करने के लिए डाइट और एक्सरसाइज पर बहुत ध्यान दें.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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