ये 6 चीजें ब्लड शुगर कर देंगी कंट्रोल, आयुर्वेद में डायबिटीज के लिए मानी गई हैं रामबाण

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jul 22, 2023, 09:36 AM IST

Ayurvedic Herbs Control Sugar

आपका ब्लड शुगर अगर बॉर्डर लाइन पर है या डायबिटीज हो चुका है तो दोनों ही स्थितियों में आपको यहां बताई जा रही आयुर्वेदिक हर्ब्स को जरूर खाना शुरू कर देना चाहिए.

डीएनए हिंदीः ब्लड में शुगर का बढ़ता स्तर बेहद गंभीर होता है और डायबिटीज में ये कई अंगो को खराब भी करने लगता है, इसलिए आपको कुछ आयुर्वेदिक चीजें अपने शुगर को कंट्रोल करने के लिए एतिहात के तौर पर खानी चाहिए. यहां जिन आयुर्वेदिक हर्ब्स के बारे में बताने जा रहे हैं वह आयुर्वेद में शुगर की रामबाण दवा मानी गई हैं.

कई बार शुगर की अंग्रेजी दवा भी इसे कम करने में नाकामयाब होने लगती है तो आप इन दवाओं के साथ जब ये आयुर्वेदिक हर्ब्स लेते हैं तो इससे तेजी से फर्क पड़ता है. कई बार तनाव, नींद न आने या किसी अन्य शारीरिक दिक्कतों के कारण भी ऐसा होता है लेकिन जब हम इन हर्ब्स को खाते हैं तो ये इन सारी समस्याओं को भी कम करती हैं. तो चलिए जान लें ये रामबाण हर्ब्स हैं कौन से.

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मोरिंगा 

मोरिंगा ओलीफेरा जिसे आमतौर पर ड्रमस्टिक या सहजन में एंटी-डायबिटीक गुण होते हैं. साथ ही ये हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल में भी फायदेमंद होता है. मोरिंगा इंसुलिन उत्पादन और संवेदनशीलता को बढ़ाकर, मांसपेशियों और लिवर द्वारा ग्लूकोज ग्रहण को बढ़ा देता है. साथ ही ये कार्बोहाइड्रेट को पचाने वाले विशिष्ट एंजाइमों की क्रिया को अवरुद्ध करके और छोटी आंतों द्वारा अवशोषित ग्लूकोज की मात्रा को कम करके प्री-डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल को कम करता है. 
मोरिंगा की पत्तियों और बीज को तीन तरीके से खा सकते हैं- कच्ची पत्तियां, पाउडर या फिर जूस के ज़रिए. आप चाहें तो मोरिंगा की कुछ पत्तियों को पानी में डालकर उबाल सकते हैं. इसमें नींबू और शहद भी मिला सकते हैं. आप इसे सूप या करी में भी डाल सकते हैं.

जामुन के बीज

जामुन का बीज इंसुलिन के स्राव को पैंक्रियाज में बढ़ाने का काम करते हैं. इसमें एंटी-डायबिटीक गुण होते हो जिसे खाने से ब्लड में मौजूद शुगर कम हो जाती है. साथ ही किडनी रोगियों के लिए फायदेमंद होता है. इसका सेवन सुबह खाली पेट 1 गिलास पानी में इसका पाउडर मिक्स करके कर सकते हैं.

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सदाबहार के फूल

सदाबहार के फूल औषधीय पौधा है, जो टाइप-2 डायबिटीज में रामबाण होता है. इसकी पत्तियां और फूल का चूर्ण बना लें या कच्चा चबाना शुरू कर दें. ये मलेरिया और गले की खराश जैसी बीमारी में भी कारगर है. इसके अलावा इसके फूलों का काढ़ा बनाकर भी पिया जा सकता है.

गुड़मार

गुड़मार में फ्लेवोनोल्स और गुरमारिन जैसे यौगिक पाए जाते हैं, जो डायबिटीज मरीजों के लिए हेल्दी माना जा सकता है. इसके सेवन से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है. यह एक ऐसा आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसका उपयोग एलर्जी, खांसी और कब्ज जैसी परेशानियों को कम करने के लिए भी किया जा सकता है. इसका सेवन खाना खाने से करीब एक घंटे पहले या सुबह एक चम्मच गुड़मार की पत्तियों का पाउडर पानी के साथ सेवन करें.

गिलोय
आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर गिलोय की पत्तियों और शाखाएं ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में काफी ज्यादा असरदार साबित हो सकती हैं. इस खास जड़ी बूटियों की मदद से प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में भी मदद मिलती है और इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री-रेडिकल्स से सुरक्षित रख सकती है. अगर आप अपने शरीर में डायबिटीज के स्तर को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो एक गिलास पानी लें. इसमें गिलोय की पत्तियों या फिर इसकी शाखाओं को कुचलकर रातभर के लिए छोड़ दें. सुबह इस पानी का सेवन करें. इससे डायबिटीज का स्तर कंट्रोल होगा.

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विजयसार

विजयसार एक और आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जो हमारे शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में प्रभावी हो सकती है. यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी एंटी-हाइपरलिपेडेमिक गुणों से भरपूर है, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी असरदार है. इतना ही नहीं, विजयसार डायबिटीज के लक्षणों जैसे- बार-बार पेशाब आना, खाना खाने में परेशानी, अंगों में जलन जैसे लक्षणों को भी कम करने में प्रभावी है. विजयसार का सेवन करने के लिए सबसे पहले 1 गिलास लें. इसमें विजयसार की पत्तियों को डालकर रातभर के लिए छोड़ दें. सुबह इसका सेवन करें. इससे ब्लड शुगर कंट्रोल हो सकता है.  

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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