डीएनए हिंदीः हाई यूरिक एसिड ब्लड मे समाहित होकर हड्डियों के बीच खाली जगह मैं क्रिस्टल के रूप में जम जाता है, जिसके कारण ही जोड़ों मे दर्द और जकड़न के साथ सूजन की समस्या होती है.
यूरिक एसिड ही गठिया का कारण भी होता है. असल में ये यूरिक एसिड शरीर में बनाया गया एक प्राकृतिक अपशिष्ट उत्पाद है, मीट- मछली, शराब और समुद्री भोजन जैसे हाई प्रोटीन से बने शरीर में प्यूरीन को पचाता है लेकिन जब शरीर में प्यूरीन की अधिकता होती है और किडनी इसे पूरी तरह से छान नहीं पाती है तो ये गंदगी ब्लड में पहुंचने लगती है और हाई यूरिक एसिड का कारण बन जाती है.
शरीर में यूरिक एसिड का कम होना भी खतरनाक, जानलेवा बीमारियों को होता है खतरा
जोड़ों में सूजन और दर्द को रोकने के लिए यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है. विशेषज्ञ आमतौर पर इसे नियंत्रण में रखने के लिए व्यायाम, अच्छा आहार और ढेर सारा पानी पीने की सलाह देते हैं. नेचुरोपैथी विशेषज्ञ प्रीतिका मोजूमदार बता रही हैं कि आयुर्वेद में कुछ ऐसे उपाय भी हैं जो यूरिक एसिड के नियंत्रण को रखने में फायदेमंद हो सकते हैं.
मुस्ता
इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए यह एक प्रभावी जड़ी-बूटी है. आप मुस्ते का दरदरा पाउडर इस्तेमाल कर सकते हैं. रातभर इसे पानी में भिगा लें और फिर इसे सुबह पानी में उबाल लें. जब पानी अच्छी तरह से उबल जाए, तो इसे छान कर पी लें.
वरूण चूर्ण
वरूण चूर्ण का लेप यूरिक एसिड के कारण होने वाले दर्द वाले जोड़ पर लगाया जाता है. इससे लंबे समय तक दर्द से छुटकारा मिल जाता है.
जोड़-जोड़ में होने वाले दर्द का कारण है गठिया, ये 7 नेचुरल चीजें दूर करेंगी दर्द और यूरिक एसिड
शुंठी और हल्दी पाउडर
शुंठी का मतलब है अदरक का पिसा हुआ पाउडर यानी सोंठ. शुंठी और हल्दी पाउडर दोनों ही जोड़ों के दर्द में फायदेमंद साबित होते हैं. दोनों को पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें और दर्द वाले जोड़ों पर लगाएं. इसका सेवन करने से भी जोड़ों के दर्द और गठिया जैसे रोग से मुक्ति मिलती है.
गुडुची
यह औषधि यूरिक एसिड के लिए बहुत अच्छी मानी गई है. यह पित्त की मात्रा को कम करने के साथ पित्त और वात दोष को संतुलित करने और ब्लड में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने में मदद करता है. जोड़ों की सूजन और दर्द से राहत दिलाने में यह जड़ी-बूटी बहुत कारगार है. बता दें कि गुडुची से अमृतादि गुगुल बनाया जाता है, जो यूरिड एसिड के लेवल को कम करने के लिए अच्छा काम करता है.
गुग्गुल
शरीर में हड्डियों से जुड़ी किसी समस्या के होने पर गुग्गुल का सेवन करना फायदेमंद साबित होता है. गुग्गल कई प्रकार के होते हैं, जिन्हें मिलाकर दवाई बनाई जाती है. आयुर्वेद में इसे दर्द निवारक माना जाता है. यह जोड़ों के आसपास दर्द और सूजन को कम करता है, साथ ही यूरिक एसिड अंडर कंट्रोल रहता है.
इस हरे-हरे पत्ते का रस पीते ही यूरिन में निकल जाएगा सारा यूरिक एसिड, Arthritis का दर्द भी होगा दूर
काली किशमिश
किशमिश का सेवन हड्डियों के घनत्व के लिए अच्छा माना जाता है और गठिया के दर्द को कम करता है. आप रोजाना 10-15 काली किशमिश को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें और उस पानी को पी लें. अगली सुबह किशमिश चबाएं. दर्द से राहत मिलेगी.
पुनर्नवा काढ़ा
इस जड़ी-बूटी में जोड़ों में सूजन को कम करने के औषधीय गुण हैं. जब यूरिक एसिड बहुत होता है, तो जोड़ों में सूजन आ जाती है. पुनर्नवा जड़ी-बूटी औषधीय गुणों से पेशाब के जरिए विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालती है. इसका नियमित सेवन जोड़ों की सूजन को कम कर सकता है.
तो यूरिक एसिड को कम करने के लिए उपर बताई गई कोई भी एक जड़ी-बूटी को लेना शुरू कर दें. तकलीफ में बहुत आराम मिलेगा.
ये 7 समस्याएं बताती हैं आप खा रहे हैं बहुत ज्यादा प्रोटीन, इन लोगों के लिए है जहर समान
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.