डीएनए हिंदीः लो ब्लड प्रेशर यानी जब रीडिंग 90/60 मिमी एचजी या उससे कम के आसपास हो, तो इसे हाइपोटेंशन कहा जा सकता है.लो ब्लड प्रेशर में नसों में खून का दौरा कम हो जाता है. ब्लड प्रेशर में अचानक आई इस गिरावट भी खतरनाक होती है. ब्लड प्रेशर हाई की तरह लो भी हार्ट अटैक का खतरा पैदा करती है.
असल में दिल की हर धड़कन के साथ हार्ट ब्लड को अंदर धमनियों की ओर धकेलता है और जिस प्रेशर से ब्लड धमनियों की दीवारों पर दबाव डालता है उसे ब्लड प्रेशर कहा जाता है. जब ब्लड का प्रवाह कम दबाव का हो जाता है, तो उस स्थिति को लो ब्लड प्रेशर कहा जाता है. रक्तचाप की रीडिंग में दो संख्याएं होती हैं: सिस्टोलिक माप और डायस्टोलिक.
लो ब्लड प्रेशर कब होता है खतरनाक?
जब ब्लड प्रेशर की रीडिंग 90/60 मिमी एचजी या उससे कम हो तो ये खतरनाक होता है. जब ब्लड प्रेशर बहुत कम हो जाता है, तो इससे मस्तिष्क, गुर्दे और हृदय जैसे अंगों में रक्त की आपूर्ति में अचानक कमी आ सकती है.
लो ब्लड प्रेशर का क्या कारण है?
ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट कई कारणों से हो सकते हैं, जैसे-
- अचानक खून की कमी
- गंभीर संक्रमण
- दिल का दौरा
- गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया (एनाफिलेक्सिस)
- शरीर की स्थिति में अचानक परिवर्तन
- डिहाइड्रेशन
- हार्ट रिलेटेड दिक्कतें जैसे-लो हार्ट रेट(ब्रैडीकार्डिया)
- गर्भावस्था
लो ब्लड प्रेशर के लक्षण क्या हैं?
- थकान
- जी मिचलाना
- भारी पसीना और चिपचिपी त्वचा
- होश खो देना
- तेजी से साँस लेने
- बेहोशी
- भ्रम
- धुंधली दृष्टि
- बेहद कमजोरी महसूस हो रही है
- बीमार महसूस करना
- हल्कापन या चक्कर आना
जब बीपी बहुत कम हो तो आपको क्या करना चाहिए?
लो ब्लड प्रेशर का इलाज या घर पर इस स्थिति का प्रबंधन बेहद आसान है. लो बीपी के इन घरेलू उपचारों में जीवनशैली में बदलाव के साथ-साथ एक विशिष्ट आहार योजना भी शामिल है.
- थोड़े-थोड़े अंतराल पर छोटे-छोटे भोजन करें
- अपने नमक का सेवन बढ़ा दें
- कंप्रेशन मोज़ा पहनें
- तेजी से न उठें और न ही इधर-उधर घूमें
- अत्यधिक शराब के सेवन से बचें
- खूब सारा पानी पीएं
- नाश्ते में बादाम और किशमिश खाएं
- अपने भोजन के साथ कॉफ़ी पियें
- एक कप मुलेठी चाय जरूर पीएं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.