डीएनए हिंदी: (Jau Ki Ghas Ka Juice) आज के समय में शरीर को स्वस्थ रखना एक बड़ा टास्क है. इसकी वजह दिनभर की व्यस्तता और अनियमित लाइफस्टाइल है. इसकी वजह से बुजुर्ग ही नहीं, कम उम्र के युवा भी डायबिटीज से लेकर कोलेस्ट्रॉल समेत दूसरी गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. अगर आप भी सही खानपान और दिनचर्या की वजह से बीमारियों से जूझ रहे हैं तो डाइट में इस हरी घास का जूस शामिल कर लें. यह पौष्टिक आहार में से एक है. इसके जूस का सेवन करने से ही बॉडी फिट और आप हेल्दी बने रहेंगे. यह घास कोई और नहीं बल्कि जौ की घास है. इसे लेमन ग्रास भी कहा जाता है. जौ की घास सेहत को कई सारे फायदे पहुंचाती है.
जौ की घास में एक या दो नहीं बल्कि दर्जनों पोषक तत्व पाएं जाते हैं. यह बॉडी में विटामिंस, मिनरल्स, फाइबर और कंपाउंड्स देते हैं. इसे शरीर फिट बना रहता है. यह इम्यूनिटी को बूस्ट करने से लेकर ब्लड शुगर और मोटापे को कंट्रोल करता है. इसके अलावा भी जौ की घास का जूस शरीर की कई सारी समस्याओं को खत्म कर देता है. आइए जानते हैं जौ की घास से स्वास्थ्य को मिलने वाले फायदे...
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जौ की घास में मौजूद हैं ये पोषक तत्व
एक्सपर्ट्स के अनुसार, जौ की घास शरीर को स्वस्थ बनाएं रखने में रामबाण है. इसमें विटामिंस, पॉलीफेनॉल्स, प्लांट कंपाउंड्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, मिनरल्स और डायटरी फाइबर भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं. यह सेहत को कई सारे फायदे पहुंचाता है. दिन में सिर्फ एक बार जौ की घास का जूस पीने से यह बॉडी को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रैडिकल डैमेज से बचाती है.
शरीर में बूस्ट करती है इम्यूनिटी
शरीर में इम्यूनिटी का बूस्ट होना बेहद जरूरी है. इसे बीमारियां शरीर से दूर रहती है, जितनी ज्यादा इम्यूनिटी स्ट्रोग होती है. व्यक्ति उतना ही कम बीमार पड़ता है. अगर आप की इम्यूनिटी वीक है तो जौ की घास का जूस डाइट में शामिल कर लें. इसे पीने से वायरल, फंगल इंफेक्शन और बैक्टीरिया से छुटकारा मिल जाता है. यह रोग प्रतिरोधक क्षमताओं को बढ़ाता है.
हार्ट को रखती है स्वस्थ
बार्ले प्लांट यानी जौ की घास का जूस निकालकर पीने से हार्ट हेल्दी बना रहता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं. ये दिल को सेहतमंद बनाएं रखने के साथ ही हार्ट अटैक के खतरे को कम करती है. घास का नियमित रूप से जूस कई गंभीर बीमारियों से बचाता है. यह ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखता है.
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वजन को कम करने के लिए आजमाएं
आज के समय में ज्यादातर लोग मोटापे से जूझ रहे हैं. इसकी मुख्य वजह खराब खानपान और बिना वर्कआउट वाली दिनचर्या है. ऐसे में अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो बार्ले ग्रास यानी जौ की घास का जूस पीना शुरू कर दें. इसमें मिलने वाला फाइबर और लो कैलोरी वजन कम करने में मदद करता है. यह चर्बी को निकालकर बाहर कर देते हैं. यह मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है. इसे पाचन तंत्र मजबूत रहता है.
ब्लड शुगर को करता है कंट्रोल
ज्यादातर लोग डायबिटीज और हाई ब्लड शुगर से जूझ रहे हैं. यह बीमारी बेहद खतरनाक और लाइलाज है. डायबिटीज का अब तक कोई सीधा इलाज नहीं मिल पाया है. ऐसे में इसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है क्योर नहीं किया जा सकता है. ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का सेवन करना चाहिए. लेमन ग्रास का जूस भी इन्हीं में से एक है. जूस में डायटरी फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह ब्लडस्ट्रीम में ब्लड शुगर को एब्जॉर्ब करने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है. यह डायबिटीज को कंट्रोल करता है.
गाउट की समस्या में भी है संजीवनी
जौ की घास में विटामिन सी से लेकर डायटरी फाइबर और एंटी इंफ्लेमेटरी तत्व पाएं जाते है. इसका जूस पीने से यूरिक एसिड आसानी से कंट्रोल हो जाता है. इसमें मिलने वाले पोषक तत्व अस्थमा, गाउट, गठिया और अर्थराइटिस की समस्या को कम करता है. इसके लक्षणों को धीरे धीरे खत्म कर देता है. यह पेट को साफ रखने के साथ ही आंतों में जमी गंदगी को बाहर करता है.
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कब्ज से लेकर गैस तक से मिलता है छुटकारा
इस घास का जूस पीने से पाचन तंत्र दुरुस्त होता है. इसमें मौजूद विटामिन ए, सी और फाइटोन्यूट्रिएंट्स भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं. यह पेट को साफ करने के साथ ही बाउल मूवमेंट को सही रखता है. यह कब्ज, गैस और पेट की जलन व ऐंठन को सही रखता है.
बॉडी को करता है डिटॉक्स
हरी घास की तरह दिखने वाली यह जौ की बाल का जूस पीने से बॉडी डिटॉक्स हो जाती है. इसे शरीर में जमा टॉक्सिन और गंदगी बाहर हो जाती है. इसे कई सारी बीमारियों का अंत हो जाता है. इसका सेवन सप्ताह में सिर्फ दो से तीन बार ही करना चाहिए.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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