डीएनए हिंदीः डायबिटीज में ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए कुछ नेचुरल बीज किसी दवा से कम नहीं है. ये बीज न केवल शुगर को कम करते हैं बल्कि मोटापे से लेकर कोलेस्ट्रॉल तक के लिए फायदेमंद हैं. आपके किचन में ही कई ऐसे औषधिय बीज हैं जिनमें इंसुलिन प्रतिरोध या संवेदनशीलता को कम करने का गुण होता है.
अगर आपका ब्लड शुगर किसी भी वजह से कंट्रोल में नहीं है तो आपको इन बीजों को रातभर भीगों कर अगले दिन बासी मुंह जरूर खाना शुरू कर देना चाहिए. तो चलिए जानें कि डायबिटीज में किन बीजों को खाना जरूरी है.
इस हरे पत्ते का रस पीते ही ब्लड शुगर लेवल गिरने लगेगा, ये है डायबिटीज की तगड़ी दवा है
सौंफ के बीज
सौंफ़ के बीजों में मौजूद आवश्यक तेल पाचक रसों और एंजाइमों के स्राव को ट्रिगर करते हैं जो बदले में पाचन की प्रक्रिया में सहायता करते हैं और पैंन्क्रियाज से इंसुलिन के प्रोडक्शन को भी बढ़ाते हैं. इसे रोज भीगा कर अगले दिन पानी पी कर सौंफ को चबाकर खा लें.
मेथी के बीज
इंटरनेशनल जर्नल फॉर विटामिन एंड न्यूट्रिशन रिसर्च में प्रकाशित 2015 के एक अध्ययन में पाया गया कि गर्म पानी में भिगोए गए 10 ग्राम मेथी के बीज टाइप -2 डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. इसके बीजों में फाइबर पाया जाता है जो पाचन को धीमा करने में मदद कर सकता है, शरीर द्वारा शुगर को अवशोषित करने की दर को कम कर सकता है, और ब्लड में इंसुलिन की मात्रा को भी बढ़ा सकता है.
ब्लड में घुली शुगर का रामबाण इलाज हैं ये 5 जूस, डायबिटीज कभी नहीं होगी बेकाबू
अलसी के बीज
नियमित रूप से अलसी के बीज का सेवन शुगर से लेकर उच्च रक्तचाप के स्तर को कम किया जा सकता है. छह महीने तक नियमित रूप से अलसी खाने से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप क्रमशः 10 mmHg और 7 mmHg तक कम हो सकता है. इन बीजों को भीगाकर या पीसकर पाउडर के रूप में किसी भी खाने पर डालकर खाने से शुगर का अब्जार्बशन रूकता है.
अजवाइन
कैरम बीज वजन के साथ शुगर को भी कम करते हैं. अजवायन को भीगाकर रख दें और अगले दिन सुबह बीज के साथ पानी को भी पी लें.
कलौंजी के बीज
भीगी या सूखी भुनी हुई कलौंजी के बीज ट्रेस तत्वों, विटामिन, क्रिस्टलीय निगेलोन, अमीनो एसिड, सैपोनिन, कच्चे फाइबर, प्रोटीन और फैटी एसिड जैसे लिनोलेनिक और ओलिक एसिड, वाष्पशील तेल, एल्कलॉइड, लोहा, सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम से भरे होते हैं. यह दिल से लेकर कोलेस्ट्रॉल और शुगर तक को कंट्रोल करते हैं. ये जोड़ों को चिकनाई प्रदान करते हैं और इसमें कैंसर-रोधी गुण से भरे होते हैं.
चिया बीज
चिया बीज बेहद स्वास्थ्यवर्धक होते हैं और शुगर से लेकर कोलेस्ट्रॉल तक को कम करते हैं. इन्हे रात में भीगाकर अगले दिन खाना बेस्ट होता है. हाई फाइबर, ओमेगा 3 और प्रोटीन से भरे ये बीज शुगर के साथ वेट कम करने के लिए भी बेस्ट हैं.
इन 8 कारणों से बच्चों में बढ़ रहा टाइप-2 डायबिटीज, जान लें कब जरूर कराएं ब्लड शुगर टेस्ट
पाइन नट्स
पाइन नट्स में बीटा-कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो दृष्टि में सुधार करने में मदद करते हैं. इसमें मौजूद ल्यूटिन यौगिक हमारी आंखों की रोशनी को उम्र के साथ खराब होने से बचाता है. मधुमेह रोगियों को अपने दैनिक आहार में पाइन नट्स को अवश्य शामिल करना चाहिए क्योंकि यह उच्च ग्लूकोज स्तर को नियंत्रित करने और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करता है. विटामिन ई, के और मैग्नीशियम से भरपूर पाइन नट्स रक्तचाप के स्तर को कम करने और दिल के दौरे के खतरे को कम करने में मदद करते हैं.
कद्दू के बीज
कद्दू के बीज में ऐसे गुण पाए गए हैं जो रक्त शर्करा को कम करने वाले प्रभाव डालते हैं. ये बीज आहारीय फाइबर से भी समृद्ध हैं, ऐसा माना जाता है कि यह टाइप 2 मधुमेह के खतरे को कम करता है.
काली सरसों
काली सरसों के बीज और तेल दोनों ही शुगर से लेकर जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द का इलाज हैं. यह मूत्र उत्पादन को बढ़ाकर और भूख बढ़ाकर जल प्रतिधारण (एडिमा) से राहत दिलाने में भी मदद करता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.