डीएनए हिंदीः पेट में कीड़े होने के एक नहीं, कई कारण हो सकते हैं. कई बार मीट-मछली के सही तरीके से न पकने, कच्चे फल-सब्जी खाने या मिट्टी आदि खाने की आदत से भी पेट में कीड़े पहुंच जाते हैं. छोटे बच्चों में कीड़े का प्रमुख कारण हर चीज मुंह में डालना होता है.
पेट में कीड़े होने से एनिमिया से लेकर आंतों की सड़न जैसी कई बीमारियां हो सकती हैं. हालांकि पेट मे्ं कीड़े होने की जानकारी आसानी से नहीं लगती लेकिन जब कीड़े ज्यादा एक्टिव होते हैं तो कई दिक्कते शरीर में होती हैं और ये ही संकेत होता है की पेट या आंत कीड़ों से भर गया है.
कुछ संकेत और लक्षण जो आंतों के कृमि संक्रमण का संकेत दे हैं
- पेट में दर्द
- बार-बार दस्त लगना
- समुद्री बीमारी और उल्टी
- गुदा खुजली
- सूजन
- अत्यधिक थकान
- बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन कम होना
- मल में सफेद कीड़े
- भूख में बदलाव
हालांकि आंतों के लक्षण अधिक सामान्य हैं, कीड़े आंतों के बाहर के क्षेत्रों में भी विकसित हो सकते हैं, जैसे कि पेट, फेफड़े या यहां तक कि मस्तिष्क में भी. इसलिए अन्य लक्षण भी मौजूद हो सकते हैं, जैसे सीने में जलन, खांसी, बुखार, सांस लेने में कठिनाई और तंत्रिका संबंधी दिक्कतें हो तो उसे नजरअंदाज न करें.
आंतों के कृमि संक्रमण के भी मामले हैं जो पेट में सूजन का कारण बनते हैं. इससे नाभि क्षेत्र में हल्की असुविधा हो सकती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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