Robotic Kidney Transplant: अब सफदरजंग के बाद इस सरकारी अस्पताल में भी हो सकेगा रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट

Written By Abhay Sharma | Updated: Apr 28, 2024, 10:22 AM IST

रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट (सांकेतिक तस्वीर)

आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफेर्रल (AHRR) देश का दूसरा सरकारी अस्पताल बन गया है, जहां रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट (Robotic Kidney Transplant) प्रोग्राम शुरू किया गया है...

देश में पहली बार दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रोबोट से किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) किया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब ये कारनामा आर्मी हॉस्पिटल RR ने भी कर दिखाया है. हाल ही में आर्मी हॉस्टिपल RR में सफल रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 179 मेड रेजिमेंट के हवलदार भोजराज सिंह की पत्नी अनीता (33 वर्षीय) का सफल रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट (Robotic Kidney Transplant) हुआ है. उन्हें उनके पति भोजराज सिंह ने ही किडनी दी है और दोनों की तबीयत फिलहाल ठीक है... 

दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल (Safdarjung Hospital) के बाद आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफेर्रल (AHRR) देश का दूसरा सरकारी अस्पताल बन गया है, जहां रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट (Robotic Renal Transplant) प्रोग्राम शुरू किया गया है...

क्या होता है रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट (Robotic Kidney Transplant)

हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि आज के दौर में रोबोटिक सर्जरी सबसे उन्नत किस्म की सर्जरी है और परंपरागत ओपन सर्जरी, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी के अनेक फायदे भी हैं. इतना ही नहीं, पारंपरिक ओपन सर्जरी की तुलना में रिकवरी भी तेजी से होती है. लेकिन, रोबोटिक किडनी प्रत्यारोपण पारंपरिक ओपन सर्जरी की तुलना में अधिक महंगा हो सकता है. 


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बता दें कि रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट में सर्जरी करने के लिए रोबोटिक उपकरणों का उपयोग किया जाता है. इसमें सर्जन रोगी के पेट में कई छोटे कट लगाकर रोबोटिक इक्विपमेंट्स को डालते हैं. इन इक्विपमेंट्स में कैमरा भी लगा होता है, जिससे सर्जन को शरीर सर्जरी करने में मदद मिलती है. 

क्या हैं इसके फायदे

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट में मरीज के शरीर में ओपन सर्जरी की तुलना में बहुत छोटे कट की जरूरत होती है. ऐसे में दर्द, रक्तस्राव और संक्रमण का जोखिम कम होता है और रिकवरी भी तेजी से होती है. इतना ही नहीं, कम छोटे कट्स की वजह से बेहतर कॉस्मेटिक रिजल्ट मिलते हैं. 

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