डीएनए हिंदी: कैंसर लाइलाज नहीं होता बस उसे समय पर अगर पहचान लिया जाए तो आसानी से ठीक किया जा सकता है. कई बार कैंसर के लक्षण (Sign and Symptoms of Cancer) बेहद सामान्य बीमारी से नजर आते हैं. इन लक्षणों को सामान्य समझने की भूल ही इसे गंभीर बना देती है. इसलिए जरूरी है कि अगर कोई भी बीमारी लंबे समय तक रहे या बार-बार हो रही है तो उसकी जांच कराई जाए.
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार कैंसर जब शरीर में फैलता है और मेटास्टेस बढ़ने लगता है. इससे कैंसर कोशिकाएं को मेटाबॉलिज्म के लिए सामान्य कोशिकाओं की तुलना में अधिक ऊर्जा की जरूत होने लगती है. नतीजा वेट तेजी से कम होने लगता है और वेट कम होने के साथ कई अन्य समस्याएं भी बढ़ने लगती हैं.
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कैंसर खतरनाक और जानलेवा बीमारी है और इसकी शुरुआत शरीर में चुपके से जरूर होती है लेकिन उसके लक्षण शरीर पर किसी न किसी रूप में नजर आते हैं. यहां आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो समान्यत: हर प्रकार के कैंसर में नजर आते हैं. अमेरिकन कैंसर सोसाइटी ने कैंसर के 5 डेडली संकेत बताएं हैं.
ये हैं कैंसर के 5 शुरुआती लक्षण
डिप्रेशन- कैंसर के शुरुआती संकेतों में डिप्रेशन भी शुमार है. चिंता या अवसाद अगर बिना वजह बार-बार हो रहा तो ये इग्नोर न करें. दुर्लभ मामलों में चिंता और अवसाद मस्तिष्क में ट्यूमर का प्रारंभिक लक्षण होता है.
घाव या छाले का होना- अगर आपके शरीर में कही भी बार-बार एक ही जगह घाव हो रहा या छाले बार-बार हो रहे तो ये भी कैंसर का संकेत देते हैं.
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योनी से रक्तस्राव - महिलाओं की योनी से रक्तस्राव पीरियड के दौरान तो होता है लेकिन ये असमय हो रहा तो कैंसर का संकेत हो सकता है. वहीं अगर योनी से सफेद स्राव भी ज्यादा हो रहा है तो ये भी सामान्य नहीं होता. मेनोपोज, पीरियड्स बंद होने के बाद योनि से रक्तस्राव गर्भाशय के कैंसर का संकेत हो सकता है. जब गर्भाशय की परत (एंडोमेट्रियम) में असामान्य कोशिकाएं बढ़ती हैं, तो वे असामान्य योनि रक्तस्राव का कारण बन सकती हैं.
खांसी -खांसी बहुत ही कॉकन समस्या है, लेकिन अगर ये एक वीक से ज्यादा रहे तो इसे हल्के में न लें. ये टीबी से लेकर लंग्स कैंसर तक का संकेत हो सकती है. खांसी ब्रोंकाइटिस से लेकर अस्थमा, कोविड, टीबी और फेफड़ों के कैंसर की वजह हो सकती है. खांंसी के साथ बुखार, वजन कम होना जैसे लक्षण नजर आ रहे तो तुरंत इसकी जांच कराएं. ये फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकता है.
मल में खून आना - बवासीर की समस्या जब होती है तो मल से खून आता है लेकिन अगर आप बवासीर के मरीज नहीं और मल से खून आ रहा तो ये यह कोलन या रेक्टल कैंसर का संकेत हो सकता है. कई बार आंतों की दीवार में कैंसर होने से मल में खून आता है.
नोट- कोई भी दर्दरहित गांठ, घाव, छाले या असमान्य स्राव शरीर में एक वीक से ज्यादा नजर आता है तो उसे तुरंत डॉक्टर से दिखाएं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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