Ayurvedic Herbs For Uric Acid:हाई यूरिक एसिड को जड़ से खत्म कर देंगी ये 4 जड़ी बूटियां, जाम हो चुके घुटने भी करने लगेंगे काम

नितिन शर्मा | Updated:Oct 28, 2023, 07:08 AM IST

यूरिक एसिड जोड़ों में क्रिस्टल्स का रूप लेकर हड्डियों के बीच में जम जाता है. इसकी वजह से शरीर के ज्वाइंट्स जाम हो जाते हैं. यह गाउट से लेकर अर्थराइटिस पेन जैसी समस्या पैदा करता है.

डीएनए हिंदी: यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाला एक वेस्ट है, जिसे किडनी फिल्टर कर पेशाब के रास्ते बाहर करती रहती है, लेकिन खराब खानपान और आलस्य से भरी दिनचर्या की वजह से प्यूरीन की मात्रा बहुत अ​धिक बढ़ जाती है. यह टूटकर यूरिक एसिड के लेवल को हाई करती है. इसी के बाद यूरिक एसिड जोड़ों में क्रिस्टल्स का रूप लेकर हड्डियों के बीच में जम जाता है. इसकी वजह से शरीर के ज्वाइंट्स जाम हो जाते हैं. यह गाउट से लेकर अर्थराइटिस पेन जैसी समस्या पैदा करता है. इसकी वजह से जोड़ों में सूजन और भयंकर दर्द व चुभन होती है. आज के समय में हर 5 मे से एक शख्स हाई यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहा है. अगर आप भी इसी से परेशान है और दवाईयों का सहारा नहीं लेना चाहते तो आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन शुरू कर दें. 

आयुर्वेद में शामिल 4 जड़ी बूटियों का सेवन करने से ही यूरिक एसिड का हाई लेवल भी आसानी से कंट्रोल हो जाएगा. यह प्यूरीन को पेशाब के रास्ते बाहर कर देगा. साथ ही यूरिक एसिड की वजह से होने वाली दिक्कते जैसे दर्द, सूजन और गाउट की समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी. जिन लोगों के जोड़ जाम हो चुके हैं. वह भी काम करना शुरू कर देंगे. 

इन 4 जड़ी बूटियों का शुरू करें सेवन

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स की मानें तो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे बेहद असरदार साबित होते हैं. इनमें कुछ खास जड़ी बूटियां शामिल हैं, जो कई गुणों से भरपूर है. इनमें मुख्य रूप से गोखरू, अश्वगंधा, सोंठ और मैथी है. यह 4 जड़ी बूटियां यूरिक एसिड को कंट्रोल करती है. इनका एक साथ सेवन प्यूरीन को फ्लश आउट करता है. इनमें से दो जड़ी बूटियां सोंठ और मैथी का सेवन खाने में भी किया जाता है. इनकी तासीर गर्म होती है. यह किडनी से प्यूरीन की पथरी को गलाने का भी काम करती है. 

इन पोषक तत्वों से भरपूर है ये जड़ी बूटी

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में सहायक जड़ी बूटियों में शामिल गोखरू, अश्वगंधा, सोंठ और मेथी यूरिक एसिड को आसानी से कंट्रोल कर देती है. इसकी वजह इनमें पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन सी, फ्लेवोनोइड, नाइट्रेट, प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों का शामिल है. यह सभी पोषक तत्व बॉडी से प्यूरीन को तोड़कर बाहर निकालने के साथ ही डिटॉक्स करने का काम करती है. यह किडनी की कार्य क्षमता को बढ़ाकर प्यूरीन को फ्लश आउट करने में मदद करती हैं. इससे यूरिक एसिड का लेवल आसानी से कम हो जाता है. इसके साथ ही दर्द, सूजन में भी आराम मिलता है. 

बूस्ट करते हैं इम्यूनिटी

इनका नियमित सेवन आपकी इम्यूनिटी को भी बूस्ट करता है. यह रोग प्रतिरोधक क्षमताओं को बढ़ाकर खराब बैक्टीरिया से शरीर की सुरक्षा करता है. इसके साथ ही जोड़ों के दर्द, सूजन और गाउट की समस्या से निजात दिलाता है. सोंठ का सेवन करने मात्र से ही पेट से संबंधित समस्याएं जैसे गैस, एसिडिटी और अपच से छुटकारा मिल जाता है. यह मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर देती है, जिससे आसानी से आराम मिलता है. 

ऐसे करें इन 4 जड़ी बूटियों का सेवन

इन चारों जड़ी बूटियों का सेवन करना भी बेहद आसान है. इसके ​लिए सबसे पहले गोखरू, अश्वगंधा, सोंठ और मेथी को अच्छ से पीसकर पाउडर बना लें. अब इन्हें बराबर मात्रा में मिला लें. इसके बाद नियमित रूप से सुबह और शाम पानी के साथ इनका सेवन शुरू कर दें. ऐसा करने से मात्र से ही यूरिक एसिड से मुक्ति मिल जाएगी. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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