डीएनए हिंदी: (Ayurvedic Herbs For Sugar) डायबिटीज बेहद खतरनाक बीमारियों में से एक है. इसका हाई लेवल व्यक्ति के शरीर में कई सारी बीमारियों को जन्म देने के साथ ही जान तक ले सकता है. यह उन क्रॉनिकल बीमारियों में से एक है, जो जीवन भर व्यक्ति को परेशान करती है. इसकी वजह अब तक डायबिटीज को खत्म करने की कोई दवा नहीं बन पाई है. ब्लड शुगर को कंट्रोल रखकर ही डायबिटीज के खतरनाक लक्षणों से बचा जा सकता है. वहीं इसके अलावा आयुर्वेद में शामिल कई जड़ी बूटियां ऐसी हैं, जो ब्लड शुगर को हमेशा कंट्रोल में रखकर डायबिटीज जैसी घातक बीमारी से छुटकारा दिला सकती है. इनके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं.
भारत के अलावा दुनिया भर में डायबिटीज के मरीजों की संख्या दिन दोगुनी तेजी से बढ़ रही है. इन आंकड़ों को देखें तो भारत में डायबिटीज मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है. इसके अलावा प्री डायबिटीक मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है. यह किसी खतरे से कम नहीं है. ऐसे में आयुर्वेद में कुछ जड़ी बूटियां ऐसी हैं, जिनका सेवन करने से ब्लड शुगर तो कंट्रोल होता ही है यह न्यूरोपैथी, रेटिनोपैथी, नेफ्रोपैथी, दिल के दौरे जैसी कई गंभीर समस्याओं को शरीर में घर करने से रोकती है. आइए जानते हैं वो 3 जड़ी बूटियां, जो शरीर को बीमारियों से बचाने में करती है रामबाण काम...
सदापुषा पौधे की जड़
सदापुषा पौधे को सदाबहार भी का कहा जाता है. इस पौधे को आयुर्वेद में काफी गुणी और महत्वपूर्ण माना गया है. इस पौधे की जड़ का सही तरीके से सेवन करने से मात्र से ही ब्लड शुगर की समस्या जड़ से खत्म हो जाती है. शुगर कंट्रोल में रहने के साथ ही डायबिटीज का खात्मा हो जाता है. सदाबहार के सेवन से नेचुरल इंसुलिन प्रोडक्शन बढ़ता है. जिसकी मदद से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है. यह मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है. इसका सेवन नियमित रूप से सुबह चूर्ण बनाकर गुनगुने पानी के साथ आधा चम्मच लिया जा सकता है. इसका असर कुछ ही समय में दिखाई दे जायेगा.
शुगर को कंट्रोल में रखती है मेषश्रृंगी
आयुर्वेद में मेषश्रृंगी महत्वपूर्ण जड़ी बूटियों में से एक है. इसे गुड़मार भी कहा जाता है. मेषश्रृंगी के नियमित सेवन से बॉडी में इंसुलिन प्रोडक्शन बढ़ता है. यह अग्न्याशय की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करती है. इससे हेल्दी एंजाइमों को गतिविधियां बढ़ाने में सहयोग मिलता है. यह शुगर लेवल को कम करने में मदद करते हैं. गुड़मार का सेवन मांसपेशियों और लीवर में ट्राइग्लिसराइड के संचय को रोकने में मदद करती है. यह इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करती है.
विदारीकंद भी रामबाण जड़ी बूटी
विदारीकंद में एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण पाये जाते हैं. यह शुगर को कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं. यह ब्लड शुगर को आसानी से मैनेज कर देते हं. इसके अलावा इंसुलिन स्नाव और संवेदनशीला में बढ़ोतरी होती है. यह डायबिटीज के लक्षणों को रोकने के साथ ही बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करती है. यह जड़ी बूटी आपके दिल को भी हेल्दी बनाएं रखती है. इसका सेवन करने मात्र से दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा टल जाता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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