डीएनए हिंदी: (Ayurvedic Herbs Treatment For Uric Acid) खराब खानपान और बिना वर्कआउट वाले लाइफस्टाइल के चलते शरीर अलग अलग बीमारियों का शिकार होने लगता है. इनमें यूरिक एसिड भी शामिल है. यह बुजुर्ग ही नहीं युवाओं को भी अपना निशाना बना रही है. यूरिक एसिड हाई होते ही जोड़ों में दर्द, सूजन, गाउट और किडनी में पथरी जैसी समस्याएं सामने आने लगती है. इसकी वजह से होने वाली ये समस्याएं उठना बैठना तक मुश्किल कर देती है.
यूरिक ब्लड के साथ ही घुलकर जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जम जाता है. यह किडनी में भी पथरी बना देता है. इससे गाउट यानि गठिया (Arthritis) का असहनीय दर्द होने लगता है. इसे छुटकारा पाने के लिए एलोपेथ में इलाज मौजूद है ही, लेकिन आप बिना दवाई इसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो आयुर्वेद में शामिल इन हर्ब्स का सेवन शुरू कर दें. इसे यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाएगा.
जड़ी बूटियां हैं बेहद फायदेमंद
आयुर्वेद के जानकार के अनुसार, हाई यूरिक एसिड को सिर्फ दवाई ही नहीं जड़ी बूटियों से भी कंट्रोल किया जा सकता है. इनके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं है. उनके अनुसार, यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए पत्थरचट्टा, गोखरू और मकोए का सेवन करें. इसे यूरिक एसिड को कम हो जाएगा. इनके नियमित सेवन से इस समस्या को हल किया जा सकता है. आइए जानते हैं इन्हें इस्तेमाल करने का तरीका और फायदे
इन घरेलू उपायों से घटाएं यूरिक एसिड का स्तर
पत्थरचट्टा
पत्थरों की चट्टान से निकलने की वजह से ही इस पौधे को पत्थरचट्टा कहते हैं. यह पौधा यूरिक एसिड समेत कई बीमारियों में रामबाण काम करता है. इसकी पत्तियों को उबालकर पानी पी सकते हैं. इसे यूरिक एसिड कम होने के साथ ही गठिया और जोड़ों के दर्द की समस्याएं भी कम हो जाती है.
गोखरू
गोखरू का फल शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है. इसके ताजे फलों को अच्छे से कुचलकर पानी में डाल लें. इसके बाद इस पानी को धीरे धीरे कर एक से दो दिन में पी लें. इसे से ज्यादा दिन तक इस पानी को न पिएं. इसके सेवन से यूरिक एसिड की समस्या दूर हो जाती है.
मकोए
शरीर में हाई यूरिक एसिड की वजह से सूजन, गठिया और पथरी की समस्या हो रही है तो मकोए का सेवन शुरू कर दें. इसके मकोए के पौधे पर फल लगते हैं. पकने के बाद इनका रंग पीला और नारंगी हो जाता है. साथ ही इसकी पत्तियों से रस पीने से यूरिक एसिड कम हो जाता है. इनका नियमित सेवन बेहद लाभकारी है. यह जोड़ों के दर्द, सूजन को कम करने के साथ ही पथरी को गलाकर बाहर कर देता है.
अलसी के बीज
अलसी के बीज बहुत ही गुणकारी सिड्स में से एक है. ये कोलेस्ट्रॉल से लेकर यूरिक एसिड को कम करने में कारगार है. अलसी के बीजों का पीसकर या बचानकर खाने से यूरिक एसिड कंट्रोल में आ जाता है. इसके तेल या पाउडर बनाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
सेब का सिरका
बहुत ही गुणकारी फलों में से एक सेब यूरिक एसिड को कम करने के लिए बेहद कारगार है. सेब का सिरका पीने से ही डायबिटीज से लेकर यूरिक एसिड तक कंट्रोल हो जाता है. यह पीएच लेवल को बढ़ाने के साथ ही ब्लड फ्लो को सही रखता है. इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंटस और एंटी इंफ्लामेंटरी गुण शरीर में मौजूद टॉकसिन्स को दूर करते हैं
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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