डीएनए हिंदी : Uric Acid Remedies in Hindi- शरीर में यूरिक एसिड के लेवल का बढ़ना (High Uric Acid) मतलब कई सारी समस्याओं को बुलावा देने जैसा है. जब आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तब घुटनों में, जोड़ों में (Joint Pain) शरीर के कई हिस्सों में दर्द बढ़ने लगता है. किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर करती है लेकिन अगर यह शरीर में ज्यादा हो जाए तो परेशानी होती है. यह शरीर में बनने वाला एक प्राकृतिक अपशिष्ट उत्पाद है. यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए अच्छा आहार, खट्टे फल,एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है लेकिन आयुर्वेद (Ayurveda helps to control Uric Acid) के पास इसका बेहतरीन इलाज है, जिससे यह काफी हद तक कंट्रोल रह सकता है
पुनर्नवा काढ़ा (Punarva Kadha in Hindi)
आयुर्वेद की कई जड़ी बूटियां ऐसी हैं जिनका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल में रह सकता है.इस काढ़े में जोड़ों की सूजन कम करने के गुण हैं. जब यूरिक एसिड बहुत होता है तो जोड़ों में सूजन आ जाती है. पुनर्नवा जड़ी-बूटी औषधीय गुणों से भरपूर है. यह काढ़ा पीने से पेशाब के जरिए विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं. रोजाना इसका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है.
यह भी पढ़ें- यूरिक एसिड कम करने के लिए खाएं ये सुपरफूड्स, देखें लिस्ट
काली किशमिश (Black Kishmish)
काली किशमिश से गठिया के दर्द में आराम मिलता है.किशमिश खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं. रोजाना 10-15 काली किशमिश को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें और उस पानी को पी लें, अगली सुबह किशमिश चबाएं. दर्द से राहत मिलेगी और यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा
गुडुची (Guduchi)
गुडुची पित्त की मात्रा को कम करने के साथ पित्त और वात दोष को संतुलित करने और ब्लड में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने में मदद करता है. जोड़ों की सूजन और दर्द से राहत दिलाने में यह जड़ी-बूटी बहुत कारगार है.बता दें कि गुडुची से अमृतादि गुगुल बनाया जाता है,जो यूरिड एसिड के लेवल को कम करने के लिए अच्छा काम करता है
वरूण चूर्ण (Varuna Churna)
वरूण में आयुर्वेदिक गुण हैं, इसकी छाल और चूर्ण दोनों ही बहुत फायदेमंद है. इसके सेवन से खून से गंदा यूरिक एसिड निकल जाता है. यह कई बीमारियों के लिए फायदेमंद है. आप इस चूर्ण का लेप उस जोड़ पर लगा सकते हैं,जहां यूरिक एसिड के कारण दर्द हो रहा है.
यह भी पढ़ें- किचन का यह मसाला, एक महीने में खून से बाहर निकाल देगा यूरिक एसिड
गुग्गुल (Gugglu Benefits)
हड्डियों से जुड़ी किसी समस्या के होने पर गुग्गुल का सेवन करना फायदेमंद साबित होता है. आयुर्वेद में इसे दर्द निवारक माना जाता है.यह जोड़ों के आसपास दर्द और सूजन को कम करता है,साथ ही यूरिक एसिड अंडर कंट्रोल रहता है
शुंठी और हल्दी (Saunth and Haldi Benefits)
सौंठ या सूखी अदरक, उसे शुंठी कहते हैं. शुंठी और हल्दी पाउडर दोनों ही जोड़ों के दर्द में फायदेमंद साबित होते हैं. दोनों को पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें और दर्द वाले जोड़ों पर लगाएं. इसका सेवन करने से भी जोड़ों के दर्द और गठिया जैसे रोग से मुक्ति मिलती है
यह भी पढ़ें- डायबिटीज में खाएं कौन से चावल, सफेद, ब्राउन या काले, जानिए
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर