Ayurvedic Leaves: नसों में जमा फैट निकाल देता है ये औषधीय पत्ता, खाते ही कंट्रोल हो जाता है कोलेस्ट्रॉल और बीपी

Written By नितिन शर्मा | Updated: Sep 12, 2023, 12:49 PM IST

आज के समय में ज्यादातर लोग दिल की बीमारियों से जूझ रहे हैं. इसके पीछे की वजह से नसों में जमा हो रहा बैड कोलेस्ट्रॉल है. यह ब्लॉकेज बनाकर खून की सप्लाई को रोक देता है, जिसके चलते हार्ट अटैक और स्ट्रोक आता है. इसे आयुर्वेदिक उपाय से खत्म किया जा सकता है. 

डीएनए हिंदी: (Patharchatta Leaves Benefits) दुनियाभर में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है. बेहद कम उम्र के युवा हार्ट अटैक और स्ट्रोक के शिकार हो रहे हैं. इसके पीछे की वजह से उल्टा सीधा खानपान, बिना वर्कआउट वाली दिनचर्या, स्ट्रेस और नसों में भरा बैड कोलेस्ट्रॉल है. इसकी वजह से ब्लड प्रेशर से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. ज्यादा तला भूना और खराब गुणवत्ता वाला भोजन करने की वजह से नसों में वसा भर जाता है, जिसे बैड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं. यह नसों के अंदरूनी हिस्सों में जमकर ब्लॉकेज बनाने लगता है. इसकी वजह ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है. खून के नसों में रुकते ही हार्ट अटैक और स्ट्रोक आ जाता है. इनकी वजह से हर साल हजारों लोगों की मौत हो जाती है. 

नसों में भरते इस कोलेस्ट्रॉल पर काबू पाने और नसों को ब्लॉकेज फ्री रखने के लिए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे अपना सकते हैं. इनमें पत्थरचट्टा बेहद कारगर उपाय है. इसकी पत्तियां नसों जमा गंदगी, फैट और बैड कोलेस्ट्रॉल को साफ कर ब्लॉकेज खोलती है. इसे जमने से रोकने के साथ आर्टरीज और हार्ट को बीमारियों से बचाती है. आयुर्वेद में पत्थर चट्टा के पत्तों को बहुत खास औषधि माना गया है. यह बीपी और कोलेस्ट्रॉल से लेकर और भी कई बीमारियों का खतरा कम करने में  कारगर है. आइए जानते हैं पत्थर चट्टा की पत्तियों के सेवन का तरीका और इसके फायदे...  

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ब्लड प्रेशर को करती है संतुलित

पहाड़ों में पत्थरों के बीच मिलने वाला पत्थर चट्टा बीपी की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए संजीवनी माना जाता है. यह नसों रिलेक्स करता है. इसके सेवन करने से ही नसों में खून तेज रफ्तार से दौड़ने लगता है. इनमें जमा फैट और वसा पिघलकर खून के साथ बाहर हो जाता है. यह नसों को चौड़ाकर उन्हें रिलेक्स करता है. इसे ब्लड प्रेशर संतुलित बना रहता है. नसों और दिल पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता. ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है, जिसकी वजह से कई दूसरी बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है. 

नसों के ब्लॉकेज खोल देता है

अगर आपकी नसों में भी ब्लॉकेज हो रही है. खून मोटा हो रहा है या फिर अंदर वसा जमा हुआ है तो पत्थर चट्टे के पौधे की हरी पत्तियों का सेवन शुरू कर दें. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में गर्मी पैदा करते हैं. इसकी मदद से नसों में जमी गंदगी और खून की गांठे पिघलकर बाहर हो जाती है. यह बैड कोलेस्ट्रॉल को तेजी से कंट्रोल कर गुड कोलेस्ट्रॉल को जनरेट करता है. इसे नसों में जमा ब्लॉकेज कुछ ही दिनों में खुलकर ब्लड सर्कुलेशन सही हो जाता है. यह दिल को स्वस्थ कर हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को काफी हद तक कम कर देता है. 

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नसों को रखता है स्वस्थ 

पत्थरचट्टा के पत्तों का नियमित रूप से सेवन कठोर हो चुकी नसों को भी मुलायम कर देता है. नसों को चौड़ा कर उसमें जमा कचरे को खून के साथ बाहर करता है. ब्लड सर्कुलेशर को ठीक करता है. इसे आर्टरी डिजीज का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है. 

ऐसे करें पत्थरचट्टे का इस्तेमाल

पत्थरचट्टे का इस्तेमाल करना बेहद आसान और असरदार है. इसके लिए पत्थर चट्टा की छोटी छोटी पत्तियों का जूस निकालकर आधा कप निकाल लें. इसे सप्ताह में कम से कम दो बार पिएं. इसके अलावा पत्थर चट्टा के पत्तों को एक पानी में डालकर अच्छे से उबाल लें. इसके बाद छानकर इसे पी लें. ऐसा करने से नसों डिटॉक्स हो जाएंगी. यह दिल की बीमारियों को खत्म कर देंगी. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।) 

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