डीएनए हिंदीः आजकल कई लोग कमर में दर्द (Back Pain) की समस्या से परेशान रहते हैं और इसका सबसे बड़ा कारण है रीढ़ की हड्डी (Spine) से जुड़ी दिक्कतें. दरअसल आप किस तरह से बैठते हैं, चलते हैं या सोते हैं- इन सभी का आपकी स्पाइन यानी रीढ़ की हड्डी पर अच्छा और बुरा दोनों तरह का असर देखने को मिलता है. कई बार इसकी वजह से दर्द काफी ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे उठना-बैठना यहां (Back Pain Causes) तक कि हिलना-डुलना भी काफी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में लोग पेन किलर्स या कई तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं. बता दें कि आपकी कुछ आदतों की वजह से बैक पेन की समस्या बढ़ जाती है, इसलिए इसे भूलकर भी नजरअंदाज न करें...
डेस्क जॉब या बहुत देर तक एक ही जगह पर बैठना
बता दें कि लंबे समय तक एक ही जगह पर एक ही पोजिशन में बैठे रहने से पीठ और कमर की मांसपेशियों, गर्दन और रीढ़ की हड्डी पर दबाव बढ़ता है, जिससे कारण कुछ समय बाद वहां पर दर्द होने लगता है. ऐसे में आप कितनी ही आरामदेह कुर्सी क्यों न यूज करें, अगर आप लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहेंगे तो आपका दर्द ठीक नहीं होगा. इसलिए जरूरी है कि हर 30 मिनट बाद अपनी जगह से उठें, 2-3 मिनट के लिए स्ट्रेचिंग करें और फिर वापस बैठ जाएं.
यह भी पढ़ें : अनिद्रा, गठिया और खराब पाचन समेत इन समस्याओं से छुटकारा दिलाता है जायफल, ऐसे करें इस्तेमाल
गलत पॉस्चर में न बैठें
वहीं ज्यादातर लोग कम्प्यूटर, लैपटॉप या स्मार्टफोन यूज करने के दौरान लगातार अपनी गर्दन को झुकाकर रखते हैं और अगर लंबे समय तक आप इसी गलत पॉस्चर में बैठकर काम करें तो इसका आपकी रीढ़ पर बुरा असर पड़ता है और रीढ़ धीरे-धीरे सिकुड़ना शुरू हो जाती है. इसकी वजह से न सिर्फ पीठ और कमर में दर्द होता है बल्कि शरीर की बनावट भी खराब हो जाती है. ऐसे में हमेशा सीधे खड़े हों और पीठ व कमर को सीधा रखते हुए बैठें.
धूम्रपान न करें
इसके अलावा अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो आपको पीठ और कमर में दर्द होने का खतरा उन लोगों की तुलना में ज्यादा बढ़ जाता है, जो स्मोक नहीं करते हैं. दरअसल ज्यादातर लोग स्मोकिंग, सिर्फ लंग्स को ही नहीं बल्कि हड्डियों को भी प्रभावित करता है और इसकी वजह से रीढ़ की हड्डी में मौजूद डिस्क समय से पहले ही कमजोर होने लगता है.
यह भी पढ़ें : बाल झड़ने पर सिर पर दिखाई देने लगे हैं गोल-गोल पैच? हो सकती है ये गंभीर बीमारी, जानें लक्षण
भारी बैगपैक यूज न करें
वहीं कंधे पर बैग टांगने की वजह से पीठ और कमर पर जोर पड़ता है और मांसपेशियां जो रीढ की हड्डी को सपोर्ट करती हैं, इससे वे थक जाती हैं. आजकल बच्चे जो अपने बैगपैक में बहुत सारी किताबें भरकर उन्हें भारी कर लेते हैं उन्हें यह दिक्कत ज्यादा हो सकती है. इसलिए बेहद जरूरी है कि आपके वजन के 20 प्रतिशत से अधिक न हो आपके बैग का वजन.
हर वक्त न पहनें हाई हील्स
बहुत सी महिलाओं को हाई हील्स पहनना बहुत ज्यादा पसंद होता है और जाने अनजाने उनकी यही आदत उन्हें कमर दर्द भी दे देती है. बता दें कि हाई हील्स आपकी स्पाइन यानी रीढ़ की हड्डी की नेचुरल अलाइनमेंट को बदल देती है, जिससे आगे चलकर पीठ और कमर दर्द होने का खतरा भी बढ़ जाता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.