Basi Roti Ke Fayde: बासी रोटी रोज सुबह खाकर देखिए, ब्लड शुगर ही नहीं, इन गंभीर बीमारियों की भी है ये दवा

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jun 10, 2023, 02:01 PM IST

basi roti benefits

बासी रोटियां डायबिटीज रोगियों के लिए ही नहीं. कई और बीमारियों की दवा है. बस बासी मुंह इसे नाश्ते में खाने की आदत डाल लें.

डीएनए हिंदीः बहुत से लोग बासी खाना या बासी रोटी खाना पसंद नहीं करते हैं.  हालांकि, वे इस बात से अनजान हैं कि बासी रोटियों कई बीमारियों की दवा है. बासी रोटियां सभी डायबिटीज रोगियों के लिए बेस्ट डाइट मानी गई है. लेकिन ये कई और बीमारियों को कंट्रोल करती है.  बासी रोटी को बनाने के 12-15 घंटे के भीतर खाने से भी फायदे मिलते हैं. तो चलिए जानें बासी रोटी को फायदे क्या-क्या हैं.

फाइबर से भरपूर 
बासी रोटी फाइबर का बेहतरीन स्रोत है. आपको पता नहीं होगा, लेकिन बासी रोटियों के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, और मानव शरीर के लिए एक स्वस्थ जीवन शैली, एक स्वस्थ पाचन तंत्र और आंत्र गति को नियंत्रित करने के लिए फाइबर आवश्यक है. इसके अलावा, बासी रोटियों में ताजी रोटियों की तुलना में अधिक फाइबर होता है क्योंकि रोटी में मौजूद स्टार्च समय के साथ टूट जाता है और अधिक फाइबर पैदा करता है. नतीजतन, बासी रोटियां फाइबर बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प हैं. इससे ब्लड कोलेस्ट्रॉल से लेकर ब्लड प्रेशर तक कंट्रोल किया जा सकता है. 

लो कैलोरी इनटेक 
बासी रोटियों में ताज़ी रोटियों की तुलना में कम कैलोरी होती है क्योंकि रोटियों में स्टार्च समय के साथ टूटने लगता है, जिसके परिणामस्वरूप कैलोरी कम हो जाती है. इसीलिए वजन कम करने की कोशिश करने वालों के लिए बासी रोटियां आदर्श  हैं. 

पाचन में आसान
ताज़ी रोटियों की तुलना में बेहतर पचती है. वे पाचक एंजाइमों के लिए अधिक सुलभ होते हैं, जिससे शरीर के लिए रोटी को तोड़ना और सभी पोषक तत्वों को निकालना बहुत आसान हो जाता है. इतना ही नहीं, बासी रोटियां उन लोगों के लिए आदर्श हैं जो पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं या जिनका पेट संवेदनशील है.

रक्तचाप के स्तर को संतुलित करता है
सुबह ठंडे दूध के साथ बासी रोटी खाने से ब्लड प्रेशर लेवल कंट्रोल में रहता है. “सब्ज़ियों के बजाय दूध के साथ बासी रोटियाँ खाना बेहतर है. चूंकि दूध में अद्भुत गुण होते हैं, इसलिए यह लाभ में भी इजाफा करता है.

शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है
बुखार लग रहा है? बासी चपातियों को ठंडे दूध में भिगोकर रखें, इससे शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है. दूध का जोड़ा पोषण आपकी परेशानी को कम करने में मदद करेगा.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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