हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे (Tulsi Leaves) को देवी का रूप माना जाता है और हर घर में इसकी पूजा की जाती है. तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल न केवल पूजा-पाठ में बल्कि कई गंभीर बीमारियों के (Basil Leaves) इलाज में किया जाता है. आयुर्वेद में इसकी पत्तियों को सेहत के लिए वरदान बताया (Basil Leaves Benefits) गया है. तुलसी की पत्तियों का सेवन आप कई तरीके से कर सकते हैं.
आयुर्वेद के अनुसार तुलसी की पत्तियों का सेवन करने से फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों को दुरुस्त रखने में मदद मिलती है. हालांकि आपको इसके सेवन का सही समय और सही तरीका पता होना चाहिए. आइए जानतें हैं किस तरह और कब इसका सेवन करना ज्यादा फायदेमंद साबित होगा..
पिएं तुलसी की पत्तियों का पानी (Basil Leaves Water)
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक, तुलसी की पत्तियों का पानी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, जिससे आप बार-बार बीमार नहीं पड़ते हैं. इतना ही नहीं यह दिल से जुड़ी जानलेवा बीमारियों का भी जोखिम कम करता है. पेट संबंधी समस्याओं में भी ये दवा से कम नहीं है. ऐसे में अगर आप इन समस्याओं को दूर रखना चाहते हैं तो आज से ही इसका सेवन करना शुरू कर दें.
कब पीना है फायदेमंद? (Tulsi Leaves Water Benefits)
तुलसी की पत्तियों के पानी का भरपूर लाभ उठाने के लिए आपको रोज सुबह-सुबह खाली पेट इसका सेवन करना चाहिए. तुलसी के पानी को अपनी मॉर्निंग डाइट में शामिल कर आप अपनी बॉडी को डिटॉक्स कर सकते हैं. इससे स्ट्रेस भी काफी हद तक कम होता है और डिप्रेशन की समस्या दूर होती है. बता दें कि तुलसी का पानी सेहत के साथ-साथ स्किन के लिए भी वरदान साबित होता है.
कैसे बनाएं तुलसी वॉटर? (How To Make Basil Leaves)
इसके लिए तुलसी की पत्तियों को अच्छी तरह से धो लें, फिर एक पैन में 2 कप पानी डालकर बॉइल कर लें. इसके बाद इस बॉइल्ड वॉटर में तुलसी की पत्तियों को डालकर लगभग 5-10 मिनट तक उबालते रहें. स्वाद बढ़ाने के लिए आप चाहें तो इस पानी में थोड़ा सा शहद भी मिला सकते हैं. इसके बाद एक कप में तुलसी के पानी को छान लें और सुबह इसका सेवन करें.