डीएनए हिंदीः ब्लड में जब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है तो ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होने लगता है. नसों में ये कोलेस्ट्रॉल चिपक कर प्लॉक बना देता है जिससे नसें सूज कर सख्त हो जाती हैं और ब्लड फ्लो के लिए जगह कम होती जाती है. कोलेस्ट्रॉल का जमना सही समय पर न रोका जाए तो ये हार्ट अटैक से लेकर स्ट्रोक और लकवे तक का कारण बन सकता है.
आज आपको हाई कोलेस्ट्रॉल में इसबगोल भूसी के वो फायदे बताने जा रहे हैं जो जादू की तरह ब्लड से जमी वसा को पिघलाने का काम करते हैं. वह भी इसबगोल को पीने के 6 घंटे के अंदर इसका असर दिखने लगता है. साइलियम भूसी या इसबगोल भूसी नेचुरल चीजों से बनता है. ये प्लांटैगो ओवाटा फोरस्क पौधे के बीजों से बनता है. यह फाइबर और म्यूसिलेज से भरपूर होता है. म्यूसिलेज एक रंगहीन जेलिंग एजेंट है जो अपने वजन से 40 गुना तक पानी को अवशोषित करता है.
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साइलियम भूसी एक औषधीय सप्लीमेंट है. अगर आपको लगता है कि इसबगोल कब्ज दूर करने के लिए ही है तो बता दें कि ये वजन कम करने से लेकर कोलेस्ट्रॉल तक के लिए फायदेमंद है. न्यूट्रिशनिस्ट अंजलि मुखर्जी बताती हैं कि इसबगोल में सॉल्यूबल और इनसॉल्यूबल फाइबर होता है. यह चिपचिपी गंदगी बाहर निकालने में मदद करता है. आप एक या दो चम्मच इसबगोल पाउडर रोजाना पानी के साथ ले सकते हैं.
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए इसबगोल कैसे है फायदेमंद
इसबगोल पित्त अम्ल संश्लेषण को बढ़ाता है और खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करता है और उल्लेखनीय रूप से अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाता है. इसके अलावा, यह भोजन से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के अवशोषण को भी नियंत्रित करता है और हृदय रोग के खतरे को कम करता है. असल में इसबगोल फाइबर (घुलनशील और अघुलनशील) कुल कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन और सीरम कोलेस्ट्रॉल को कम करने में महत्वपूर्ण हैं. यह आंत को साफ करेके शरीर में प्रोबायोटिक्स बढ़ा देता है जिससे कोलेस्ट्रॉल कम होने लगात है.
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हाई कोलेस्ट्रॉल में प्रति दिन कितना इसबगोल लें?
28 परीक्षणों की समीक्षा में पाया गया कि प्रति दिन औसतन 10.2 ग्राम से 7 ग्राम तक साइलियम यानी इसबगोल लेने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है. वहीं, एक डबल-ब्लाइंड परीक्षण से पता चला है कि 7 ग्राम, उच्च फाइबर वाली जड़ी-बूटी, दिन में तीन बार लेने से बवासीर से जुड़े दर्द और रक्तस्राव कम हो गया. कुछ स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर दो बड़े चम्मच साइलियम बीज या 1 चम्मच साइलियम भूसी को पानी या जूस के साथ मिलाकर दिन में दो या तीन बार लेने की सलाह देते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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