Alert For Shampoo: आपके घर में तो नहीं इस ब्रैंड्स के शैंपू? इन ड्राई हेडवॉश से बढ़ा ब्लड कैंसर का खतरा

Written By ऋतु सिंह | Updated: Oct 27, 2022, 01:03 PM IST

आपके घर में तो नहीं इस ब्रैंड्स के शैंपू? इन ड्राई हेडवॉश से बढ़ा ब्लड कैंसर का खतरा

क्या आपको पता है कि नामी कंपनियों के शैंपू ब्लड कैंसर का खतरा बढ़ा रहे हैं और इसकी जानकारी लोगों को तब हो रही जब कैंसर एंडवांस स्टेज में पहुंच रहा है.

डीएनए हिंदीः डव (Dove), नेक्सस (Nexxus), Suave (सुवे), Tigi (टिगी) और ट्रेसमे (Tresemme) जैसी ब्रांड के ड्राई शैम्पू में बेंजीन (Benzene) नामक खतरनाक केमिकल पाया गया है, जिससे ब्लड कैंसर (Blood cancer) होने का खतरा है.

रूखे, बेजान, पतले और झड़ते बालों को मजबूत, चमकीला और मुलायम बनाने का दावा करने वाले ये महंगे शैम्पू सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.

इसका हाल ही में यूनिलीवर ने Tresemme और Dove जैसे ड्राई शैम्पू बनाने वाले कई महंगे ब्रांडेड के शैम्पू मार्किट से वापस उठाया है क्याेंकि ड्राई शैम्पू में बेंजीन (Benzene) है, जिससे ल्यूकेमिया (Leukemia) य़ानी ब्लड कैंसर का खतरा है- यूनिलीवर ने अक्टूबर 2021 से पहले बनाए गए सभी प्रोडक्ट्स को वापस मंगा लिया है. 

नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के अनुसार, बेंजीन एक ऐसा केमिकल है जिससे वयस्कों में एक्यूट मायलोइड ल्यूकेमिया सहित एक्यूट नॉन-लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया (AML) का कारण बन सकता है.

बेंजीन केमिकल है कैंसर की जड़

ड्राई शैम्पू का बालों को गिला किये बिना पाउडर का स्प्रे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि बेंजीन के साथ ज्यादा संपर्क में आने से ल्यूकेमिया और अन्य बल्ड कैंसर हो सकते हैं.

बेंजीन से कैंसर होने की कितनी संभावना?

ड्रग वाच (drugwatch) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अध्ययनों से पता चलता है कि बेंजीन के संपर्क में आने से कुछ कैंसर का खतरा 40% तक बढ़ सकता है. शोध से पता चलता है कि इसके कम संपर्क में आने से भी ल्यूकेमिया का जोखिम बढ़ा सकता है.

बेंजीन से किस तरह के कैंसर का खतरा है

cancer.org की एक रिपोर्ट के अनुसार, बेंजीन को इंसानों के लिए कैंसर पैदा करने वाला केमिकल माना गया है. यह एक्यूट मायलोइड ल्यूकेमिया (AML) का कारण बनता है. बेंजीन के संपर्क में आने से एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया (ALL), क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया (CLL), मल्टीपल मायलोमा और गैर-हॉजकिन लिंफोमा जैसे कैंसर का भी जोखिम है.

खाने की चीजों में भी पाया जाता है बेंजीन

IJFS की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ प्रोसेस्ड फूड जैसे ऑर्गन मीट, चिकन, मछली, मूंगफली, आलू, वनस्पति तेल, फल, पनीर, अंडे और जैतून में भी यह तत्व पाया जाता है. यही वजह है कि एक्सपर्ट्स इस तरह के खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन से बचने की सलाह देते हैं.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी