Ayurvedic Churna For Diabetic: बिना इंसुलिन और दवाओं के शुगर कंट्रोल रखेगा ये आयुर्वेदिक चूर्ण, जानें इसे बनाने का आसान तरीका

Written By Abhay Sharma | Updated: Feb 05, 2024, 11:13 AM IST

Ayurvedic Churna For Diabetic

Ayurvedic Churna For Diabetic: मेथी, हल्दी और सूखे हुए आंवले के पाउडर से बना ये आयुर्वेदिक चूर्ण शुगर को कंट्रोल रखने में मदद करता है, यहां जानिए क्या है इसे बनाने का आसान तरीका...

डीएनए हिंदीः खराब लाइफस्टाइल, गड़बड़ खानपान और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण आजकल उम्रदराज ही नहीं, बल्कि कम उम्र के लोगों को भी डायबिटीज (Ayurvedic Churna For Diabetic) जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि डायबिटीज एक ऐसी गंभीर समस्या है, जिसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है. आप इसे आपने लाइफस्टाइल और खानपान में सुधार कर केवल कंट्रोल में (Ayurvedic Churna) रख सकते हैं. खाने-पीने की कई ऐसी चीजें हैं जो डायबिटीज में शुगर को कंट्रोल रखने (Diabetes Remedy) में मदद करती हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही खास आयुर्वेदिक चूर्ण के बारे में बता रहे हैं, जो शुगर कंट्रोल रखने में आपकी मदद कर सकते हैं. आइए जानते हैं इस खास चूर्ण के बारे में, साथ ही जानेंगे क्या है इसे (Best Diabetes Remedy) बनाने का आसान तरीका....

कैसे बनाएं ये आयुर्वेदिक चूर्ण (Haldi Amla Methi Uses)

  • 1 चम्मच - मेथी दाना पाउडर
  • 1 चम्मच - हल्दी पाउडर
  • 1 चम्मच - सूखे हुए आंवले का पाउडर

इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक चम्मच मेथी दाना को पीसकर बारीक पाउडर तैयार कर लें फिर इसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर और एक चम्मच सूखे हुए आंवले के पाउडर को मिलाएं. आपका चूर्ण बनकर तैयार है. आप इसका सेवन दिन में दो बार, सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले हल्के गुनगुने पानी के साथ कर सकते हैं. इससे हाई ब्लड शुगर की स्थिति पर काफी हद तक काबू पाने में मदद मिलती है.

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जानें क्या हैं इसके फायदे (Benefits Of Methi Amla Or Haldi Powder)

मेथी दाना के फायदे (Methi Benefits)

बता दें कि मेथी दाना में ऐसे यौगिक मौजूद होते हैं, जो इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करते हैं और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करते हैं. इसके अलावा इसमें फाइबर अच्छी मात्रा में मौजूद होता है, जो शरीर में कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है.

हल्दी के फायदे (Haldi Benefits)

हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व पाया जाता है, जो रक्त में ग्लूकोज के स्तर को कंट्रोल करने के साथ-साथ मधुमेह से संबंधित अन्य जटिलताओं को भी कम करने में मदद करता है. इतना ही नहीं, यह शरीर में सूजन पैदा करने वाले कुछ एंजाइमों के प्रभाव को रोकता है और शुगर मेटाबोलिज्म को तेज करता है, जिससे मरीज को राहत मिलती है.

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आंवला के फायदे (Amla Benefits)

इसके अलावा आंवला भी मधुमेह की स्थिति पर बेहद असरदार माना जाता है. दरअसल, आंवला में क्रोमियम (Chromium) होता है, जो कार्बोहाइड्रेट के चयापचय को नियंत्रित करता है और बॉडी को इंसुलिन के प्रति अधिक प्रतिक्रियाशील बनाता है, जिससे ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है. साथ ही आंवला में मौजूद विटामिन सी भी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मददगार माना जाता है. 

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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