डीएनए हिंदीः डायबिटीज में इंसुलिन की सक्रियता बढ़ाने पर फोकस करना चाहिए ताकि आपका ब्लड शुगर सही तरीके से रेग्युलेट होता रहे. टाइप टू डायबिटीज में इंसुलिन की संवेदनशीलता या कम सक्रियता के कारण ही शुगर का स्तर हाई रहता है. अगर आपकी अंग्रेजी दवा भी शुगर को कंट्रोल नहीं कर पा रही तो आपको कछ आयुर्वेदिक हर्ब्स को भी जरूर ट्राई करना चाहिए. ये हर्ब्स आपके शुगर को कम करने में ही कारगर नहीं होते बल्कि ये इंसुलिन की सक्रियता को भी बढ़ाते हैं.
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शुगर को कंट्रोल करने के कुछ बेसिक नियम हैं और इन नियमों के साथ अगर इन औषधियों को रोज लिया जाए तो बिना किसी नुकसान के नेचुरल तरीके से आप डायबिरटीज को कंट्रोल में रख सकते हैं. डायबिटीज कंट्रोल में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजें और रफेज खाना जरूरी है. साथ ही कम से कम रोज 45 मिनट की वॉक या कोई भी एक्सरसाइज करनी चाहिए. इसके ्अलावा आयुर्वेदिक चीजें खाने से भी आपकी डायबिटीज पटरी पर आ जाएगी, तो चलिए जानें कि किन 5 चीजों से ये पंचमेल औषधि बनेगी और इसे कैसे खाएं.
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इस पंचमेल औषधि से कम होगा शुगर
मेथी, सूखा अदरक या सोंठ, जामुन के बीज का पाउडर, नीम की पत्तियों को पाउडर, दालचीनी का पाउडर. सभी को समान मात्रा में पाउडर बना कर मिला लें और इस पाउडर को रोज सुबह खाली पेट 2 चम्मच गुनगुने पानी से फांक लें. अगर शुगर अधिक रहता हो तो इसे रात में सोने से पहले भी खा सकते हैं.
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मेथी से लेकर दालचीनी और जामुन के बीज इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाते हैं और नीम-सोंठ का पाउडर ब्लड में बढ़े शुगर को घोलने से रोकता है. केवल 15 दिन खाने से ही आपको अपने ब्लड शुगर के स्तर में फर्क नजर आ जाएगा.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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