डीएनए हिंदी: डायबिटीज अनियमित जीवनशैली का परिणाम होता है. लेकिन कुछ मामलों में ये जेनेटिक कारकों, उम्र और कुछ मेडिकल कंडीशन की वजह से भी होता है.
डायबिटीज की वजह से आगे चलकर अंधापन, किडनी डिजीज, दिल का दौरा, स्ट्रोक और प्राइवेट पार्ट के खराब होने का खतरा रहता है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 2000 और 2016 के बीच, डायबिटीज से समय से पहले मृत्यु दर में 5 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी गई थी.
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2019 तक मौतों के कारणों में डायबिटीज नौवें स्थान पर पहुंच चुका था. इस साल दुनियाभर में लगभग 1.5 मिलियन मौतें सीधे डायबिटीज की वजह से हुई. ऐसे में आप इस खतरे से बचे रहें, इसके लिए सेहतमंद खानपान और शारीरिक गतिविधियां. नियमित चेकअप से आप किसी भी बीमारी के प्रति सचेत रह सकते हैं. यही नहीं, जड़ी बूटियों के प्रयोग से भी आप शुगर कंट्रोल कर सकते हैं.
करी पत्ते की पीएं चाय
करी पत्ते ज्यादातर भारतीय घरों में पाए जाते हैं. डिशेज में करी पत्ता सबसे ज्यादा प्रयोग की जाने वाली चीज हैं. लेकिन आपको शायद ही ये पता हो कि इन करी पत्तों को चबाने से खून में शुगर की मात्रा घटाई जा सकती है. इसके अलावा करी पत्ते में फाइबर की मौजूदगी भी लंबे समय तक पाचन और मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाने में मदद करती है.
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गिलोय बढ़ा देगा आपका इंसुलिन
इस जड़ी बूटी का सेवन सुबह चाय के रूप में किया जा सकता है. बस कुछ गिलोय को धोकर चबाने से ही इंसुलिन संवेदनशीलता को प्रबंधित करने, चयापचय में सुधार, इम्युनिटी में सुधार और लिवर और स्प्लीन के कामकाज में सुधार मिल सकती है. ये जड़ी बूटी एलर्जी से भी लड़ने में मदद करती है.
नीम करता है इंसुलिन को मैनेज
नीम को डायबिटीज का रामबाण इलाज माना जाता है. नीम का स्वाद कड़वा होता है, इसलिए इसे चाय के रूप में या डिटॉक्स पानी में मिलाकर सेवन किया जा सकता है.
अश्वगंधा से कम होगा शुगर लेवल
अश्वगंधा शुगर को कंट्रोल करने और मेटाबॉलिज्म को सुधारने, मस्तिष्क पोषित करने, तनाव और थकान को कम करने में काफी मदद करता है. इसे चाय के तौर पर या दूध में मिलाकर पीने से काफी पोषण मिलता है.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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