Diabetes Remedies: सुबह बासी मुंह इन 2 आयुर्वेदिक पत्तों का रस पीते ही गिरेगा बढ़ा ब्लड शुगर, इंसुलिन की कमी होगी पूरी

ऋतु सिंह | Updated:May 30, 2023, 06:53 AM IST

 भृंगराज और नीलगिरी रक्त शर्करा को नियंत्रित करते हैं

आज आपको दो ऐसे आयुर्वेदिक पत्तियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बढ़े हुए ब्लड शुगर की काट हैं. डायबिटीज में इन 2 पत्तियों का रस रामबाण की तरह काम करता है.

डीएनए हिंदीः टाइप-2 डायबिटीज खराब लाइफस्टाइल की देन होती है. गलत डाइट और एक्सरसाइज न करने के कारण ये सबसे ज्यादा होती है लेकिन इन दो चीजों को सही कर शुगर को कंट्रोल भी किया जा सकता है. आयुर्वेदिक चिकित्सा मे डायबिटीज से निपटने के लिए कुछ पत्तियों को इंसुलिन समान माना गया है.

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के एक अध्ययन में पाया गया है कि भृंगराज (Bhringraj ) और नीलगिरी (Eucalyptus) की पत्तियों को चबाने से इंसुलिन उत्पादन बढ़ सकता है, जिससे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. 

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इंसुलिन का प्रोडक्शन बढ़ाता है भृंगराज और यूकेलिप्टस 

सुबह खाली पेट भृंगराज के पत्तों का सेवन करने से इंसुलिन का उत्पादन बढ़ सकता है, जिससे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. भृंगराज (एक्लिप्टा अल्बा) आमतौर पर बालों की देखभाल के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पौधा है. हालांकि, एनसीबीआई के हालिया शोध से पता चला है कि भृंगराज की पत्तियों में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं. रिपोर्ट बताती है कि पत्तियों में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकते हैं. सुबह खाली पेट भृगुराज के पत्तों का सेवन करने से इंसुलिन का उत्पादन बढ़ सकता है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.

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नीलगिरी जिसे आमतौर पर यूकिलिप्टस के नाम से जाना जाता है ये अक्सर कीट नाशक,  अस्थमा और मांसपेशियों के दर्द या सर्दी-जुकाम के उपचार के लिए यूज होता रहा है लेकिन नए शोध में इसे डायबिटीज में भी कारगर माना गया है. शोध बताते हैं कि यह डायबिटीज को नियंत्रित करने की क्षमता रखता है. यूकेलिप्टस के पत्ते ग्लाइकोसाइड्स, अल्कलॉइड्स, फ्लेवोनोइड्स, टेरपेनोइड्स और कैरोटीनॉयड्स से भरे होते हैं, जो अग्न्याशय में बीटा कोशिकाओं को सक्रिय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इन यौगिकों में मजबूत एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जिससे नीलगिरी के पत्ते रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए बेस्ट माना गया है. सुबह खाली पेट नीलगिरी के पत्तों का सेवन करने से डायबिटीज कंट्रोल में चमत्कार हो सकता है.

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(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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