Blood Clotting Reason: डिहाइड्रेशन बढ़ाता है इसका खतरा, गर्म मौसम भी हो सकता है जानलेवा

| Updated: Jun 16, 2022, 06:35 PM IST

blood clots reason

क्या आपको पता है कि बहुत ज्यादा गर्मी और तपिश भी ब्लड क्लॉटिंग की वजह बन सकती है?

डीएनए हिंदी : जी हां डिहाइड्रेशन के कारण भी ब्लड क्लॉटिंग(Blood Clotting Due to Dehydration) के जोखिम का खतरा बना रहता है. इसलिए ध्यान रखें कि पानी की कमी से केवल हीट स्ट्रोक ही नहीं,कई और बीमारियों का खतरा बना रहता है. ​तो चलिए जानें कि डिहाइड्रेशन के कारण ​कैसे ब्लड क्लॉटिंग्स हो सकती है.

यूएस के द व्हाइटली क्लिनिक के संस्थापक और सर्जन प्रोफेसर मार्क व्हाइटली के अनुसार पानी की कमी से शरीर में रक्त में थक्के जमने की समस्या होती है. उनका कहना है कि जब शरीर में पानी की कमी होती है तो ब्लड थिक होने लगता है.कई बार ब्लड इतना चिपचिपा हो जाता है,जिससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होने लगता है.

कोलेस्ट्रॉल की समस्या होने पर जोखिम ज्यादा

जिन लोगों में कोलेस्ट्रॉल की समस्या ज्यादा होती है, उनमें ब्लड क्लॉटिंग(Blood Clotting Due to Dehydration) की समस्या ज्यादा होती है. पानी की कमी और धमनियों में जमी वसा ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करती है. ब्लड गाढ़ा होने के कारण क्लॉटिंग की समस्या बढ़ जाती है. नसों में खून का थक्का विकसित होने की संभावना बढ़ने से 'थ्रोम्बोसिस' का खतरा भी बढ़ता है.

जानें और क्या होता है खतरा
नसों में रक्त के थक्के ढीले होते ही वह ब्लड के साथ पूरे शरीर में घूमने लगते हैं और कहीं भी जाकर खतरा पैदा कर सकते हैं; इससे फेफड़ों से लेकर हार्ट तक के फेल होने का खतरा बढ़ता है.

Dehydration दूर करने के लिए न करें ऐसा

अगर आपको लगता है ​कि चाय, कॉफी या कोल्ड ड्रिंक पी कर आप अपने शरीर में तरल पदार्थ पहुंचा रहे तो ये आपकी गलती है. असल में ये तीनों ही चीजें डिहाइड्रेशन का कारण बनती हैं. डिहाइड्रेशन को दूर करने के लिए नमक—चीनी का घोल,पानी, पतला स्क्वैश, हर्बल चाय और फलों के रस लिया जा सकता है.

जानें, डीप वेन थ्राम्बोसिस Sign

  • एक या दोनों ही पैर में दर्द या ऐंठन होना. खासकर जांघ या पिंडलियों में
  • पैरों में सूजन 
  • स्किन का गर्म होना
  • दर्द वाली जगह पर लाल या काली स्कि​न
  • सूजी हुई नसें जो छूने पर कठोर या दर्द होना

Heat Stroke के लक्षणों भी पहचानें

  • सिर में दर्द
  • चक्कर आना और भ्रम की स्थिति
  • भूख न लगना और बीमार महसूस करना
  • अत्यधिक पसीना आना और स्कि​न का पीला होना
  • हाथ, पैर और पेट में ऐंठन
  • सांस तेज होना और पल्स रेट अधिक होना
  • बहुत प्यास लगना

 

नोट : हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।