डीएनए हिंदी: रक्तदान (Blood Donate) को महादान की श्रेणी में रखा गया है. इसी स्लोगन के साथ केंद्र से लेकर राज्य सरकार रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए अभियान चला रही है. लोगों को लगातार रक्तदान के प्रति जागरुकता किया जा रहा है. इस खून को सड़क हादसे से लेकर अन्य दुर्घटनाओं में शिकार लोगों की मदद के लिए स्टोर कर रखा जाता है, जिसे खून के चलते किसी की जान न जा सकें. हालांकि इतनी जागरुकता के बावजूद कुछ लोग खून देने से कमजोरी समेत अन्य समस्याओं के होने से डरते हैं, जबकि मेडिकल साइंस में साफ हो चुका है कि ब्लड डोनेट से एक या दो नहीं पांच बड़ी बीमारियों का खतरा टल जाता है. आइए जानते हैं ब्लड डोनेट करने पर डोनर को हेल्थ में मिलने वाले फायदे
कम हो जाता है कैंसर का खतरा
ब्लड डोनेट करने से कैंसर का खतरा (Cancer Risk) कम हो जाता है. इसकी वजह कई बार ब्लड में आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. खून में आयरन की जयादा मात्रा से कैंसर का खतरा बना रहता है, जो रक्त दान करने पर कम हो जाता है.
वजन घटाने में करता है मदद
ब्लड डोनर का खून लेने से पहले उसकी जांच की जाती है. उसके वजन से लेकर हिमोग्लोबिन व अन्य जांच की जाती है. ऐसे में वजन कम होने पर ब्लड नहीं लिया जाता. वहीं ब्लड डोनेट करने से वजन भी कम होता है, लेकिन सिर्फ वजन कम करने के उद्देश्य से ब्लड डोनेट करना सही नहीं रहता है.
इम्यून सिस्टम को करता है बूस्ट
ब्लड डोनेट (Blood Donate) करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. इसे वायरल से लेकर सामान्य रूप से होने वाली एलर्जी से बचे रहते हैं. इसकी वजह ब्लड सेल्स बनने की प्रक्रिया का तेज होना है. यह ब्लड डोनेट करने के बाद ही होता है. इसे बॉडी में एनर्जी लेवल भी बढ़ता है. इसके साथ ही ब्लड प्लाज्मा के बनने से ल्यूकोसाइट्स की वृद्धि होती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.